Edited By vinod kumar, Updated: 16 May, 2020 11:03 PM
हाथ में खाद के कट्टे से बना झोला, पतलून की जगह लोअर, पैरों में हवाई चप्पल और मुंह पर गमछा बांधे एक व्यक्ति शहर के बाजार में दुकान दर दुकान घूम रहा था। दरअसल, इस भेष में घूम रहा ये व्यक्ति एसडीएम जितेंद्र सिंह था। दुकानदारों ने शुक्रवार से पॉलिथीन...
हांसी (संदीप सैनी): हाथ में खाद के कट्टे से बना झोला, पतलून की जगह लोअर, पैरों में हवाई चप्पल और मुंह पर गमछा बांधे एक व्यक्ति शहर के बाजार में दुकान दर दुकान घूम रहा था। दरअसल, इस भेष में घूम रहा ये व्यक्ति एसडीएम जितेंद्र सिंह था। दुकानदारों ने शुक्रवार से पॉलिथीन इस्तेमाल बंद करने का उनसे वादा किया था। तो शनिवार को दुकानदारों के वादे को परखने के लिए वह आम-आदमी बनकर शहर में निकल पड़े।
पॉलिथीन बिक्री का रियलिटी चेक करने के लिए तपती दोपहरी में एसडीएम पुराना बस अड्डा, बड़सी गेट, चौपटा बाजार, सदर बाजार, प्रताप बाजार सहित अन्य मार्केट में सामान खरीदने के बहाने दुकानों पर घूमे। खास बात ये रही कि कोई दुकानदार उन्हें नहीं पहचान पाया। एसडीएम ने दुकानदारों ने पॉलिथीन मांगे, इस दाैरान कईयों ने पॉलिथीन के बैग थमा दिए। हालांकि कुछ दुकानों पर जूट के बैग इस्तेमाल किए जा रहे थे।
अपना ऑपरेशन पूरा कर बजरिया चौक में जैसे ही एसडीएम ने अपनी पहचान उजागर की तो दुकानदारों की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई। एसडीएम को इस भेष में घूमते देख सब लोग हैरान थे। उन्होंने दुकानदारों को चेतावनी दी कि अगर भविष्य में किसी दुकान पर बैन हो चुका पॉलिथीन इस्तेमाल होता मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कुछ सामान खरीदना था, सोचा रियलिटी चैक भी कर लिया जाए
एसडीएम डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि ग्राउंड लेवल की वास्तविकता दफ्तर में बैठने से नहीं फील्ड में घूमने से ही पता चलती है। पॉलिथीन इस्तेमाल रोकने के लिए दुकानदारों ने शुक्रवार तक का समय मांगा था। आज कुछ सामान खरीदना था तो सोचा पॉलिथीन बिक्री का रियलिटी चेक भी कर लेना चाहिए। कई दुकानों पर पॉलिथीन बैग दुकानदारों द्वारा दिए गए। प्रशासन पॉलिथीन बैग रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। -