Edited By Deepak Kumar, Updated: 09 Jan, 2025 08:30 PM
एंटी करप्शन ब्यूरो की कमान संभालने वाले आईपीएस अधिकारी आलोक मित्तल ने अब ब्यूरो में नियुक्ति पाने का सिलसिला सिफारिश की बजाए ऑनलाइन कर दिया है। इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया गया है।
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): देश में सबसे पहले हरियाणा में महिला पीसीआर की शुरूआत करने वाले आईपीएस अधिकारी आलोक मित्तल अब हरियाणा के एंटी करप्शन ब्यूरो में किसी भी प्रकार की दखलअंदाजी को खत्म करने की शुरूआत कर चुके हैं। हाल ही में एंटी करप्शन ब्यूरो की कमान संभालने वाले आईपीएस अधिकारी आलोक मित्तल ने अब ब्यूरो में नियुक्ति पाने का सिलसिला सिफारिश की बजाए ऑनलाइन कर दिया है। इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया गया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो में काम करने की इच्छा रखने वाले अधिकारी इस पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। आलोक मित्तल ने इस बारे में पत्र लिखकर डीजीपी शत्रुजीत कपूर को जानकारी देते हुए इस बारे में पुलिस विभाग के सभी अधिकारियों को जानकारी देने का अनुरोध किया। इसके बाद डीजीपी ने भी तुरंत इस बारे में सभी अधिकारियों को यह जानकारी पहुंचाने का कार्य किया।
एंटी करप्शन ब्यूरो में डेपुटेशन पाने की चाह रखने वाला कोई भी अधिकारी जो एसीबी के योग्य हो, वह इस पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस पोर्टल का लिंक ACB की ऑफिशियल वेबसाइट www.acb.haryana.gov.in पर दिया गया है।
शुरू की थी देश की पहली महिला पीसीआर
आईपीएस आलोक ने ही देश में सबसे पहले 2007 में फरीदाबाद में बतौर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महिला पीसीआर की शुरूआत की थी। तेलगी स्टाम्प मामले के समय आलोक मित्तल सीबीआई में एसपी थे। उन्होंने ही इस मामले में बाद में आयकर विभाग को शामिल किया, ताकि तेलगी की संपत्ति और आय का आकलन विधिवत हो सके।
NIA और CBI का भी हिस्सा रह चुके हैं आलोक
आलोक मित्तल देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी नेशनल इंवेस्टिगेशन ब्यूरो और सीबीआई में भी काम कर चुके हैं। वह सीबीआई की आर्थिक अपराध शाखा और साइबर अपराध रैल में नवंबर 2001 से नवंबर 2005 तक बतौर एसपी और अप्रैल 2015 से जून 2020 तक नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी में बतौर आईजी काम कर चुके हैं। आलोक को हरियाणा का खासा अनुभव है। वह पंचकूला, फरीदाबाद, पानीपत व रोहतक में एसपी रह चुके हैं। एसपी रहने के दौरान उन्होंने अनेक उल्लेखनीय कार्य किए। फरीदाबाद में उनके कार्यकाल में शुरू हुई योजनाएं प्रदेश भर में लागू हुईं। वह गुरुग्राम में संयुक्त पुलिस आयुक्त का जिम्मा भी संभाल चुके हैं।
पुलिस मैनेजमेंट और साइबर लॉ के माहिर है मित्तल
इलाहाबाद में 1969 में पैदा हुए आलोक मित्तल ने आईआईटी रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग, उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पुलिस मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री, नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ से सायबर लॉ में पीजी डिप्लोमा भी किया है। वे 1993 में यूपीएससी की परीक्षा उतीर्ण करके आईपीएस बने थे। पुलिस में आने से पहले उन्होंने करीब साल भर तक जमशेदपुर में टाटा मोटर्स में नौकरी की थी। उन्होंने हरियाणा कैडर ज्वाइन किया था।
आमजन से अपील
एंटी करप्शन ब्यूरो का जिम्मा संभालने के बाद आलोक मित्तल ने आमजन से भी अपील करते हुए कहा कि यदि कोई भी अधिकारी और कर्मचारी सरकारी काम करने के बदले में रिश्वत की मांग करता है तो तुरंत इसकी जानकारी हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 1064 या 1800-180-2022 पर देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने में आमजन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है इसलिए लोग इस कार्य में हमारा सहयोग करें।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)