Edited By Saurabh Pal, Updated: 11 Jun, 2024 03:32 PM
उत्तर भारत में मानसून का इंतजार जारी है, धरती और आसमान से आग निकल रही है। ये अनियंत्रित गर्मी इंसानों के अलावा पशु -पक्षियों के लिए भी खतरनाक साबित हो रही है। गर्मी और लू के खतरे को देखते हुए पशुपालन विभाग ने महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है...
कैथल(जयपाल): उत्तर भारत में मानसून का इंतजार जारी है, धरती और आसमान से आग निकल रही है। ये अनियंत्रित गर्मी इंसानों के अलावा पशु-पक्षियों के लिए भी खतरनाक साबित हो रही है। गर्मी और लू के खतरे को देखते हुए पशुपालन विभाग ने महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। पशुओं में लू तापघात के खतरे को देखते हुए पशुपालन विभाग ने पशुपालकों के बहुत उपयोगी टिप्स दिए हैं।
कैथल में पशु चिकित्सक डाक्टर मधुर ने कहा आने वाले दिनों में हीट स्ट्रोक और बढ़ेगी। तापमान बढ़ने से पशुओं के बीमार होने और उनकी उत्पादन क्षमता प्रभावित होने का डर है। लू के कारण पशुओं को डिहाईड्रेशन, बुखार, गर्भपात हो सकता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए पशुपालकों को लू और गर्मी से बचने के उपाय करना चाहिए।
उन्होंने बताया पशुओं को ऐसी जगह रखें, जहां पर्याप्त छांव और हवा हो। उनके विचरण करने के लिए पर्याप्त जगह हो पशुओं को शाम के समय नहलाएं और पशुओं के बाड़ों पर लगी टाट पर पानी का छिड़काव करते रहें, ताकि ठंडक बनी रहे।
पशुओं के बाड़े में शुद्ध पेयजल, सूखे चारे के साथ साथ हरा चारा रखें। भार ढोने वाले पशुओं को दोपहर के समय काम में नहीं जोतें, उन्हें छायादार स्थान पर बांधें रखें। ये कुछ सावधानियां हैं जिन्हें अपनाकर आप पशुओं को लू से बचा सकते हैं।
अगर पशुओं को लू लग गयी है तो उसे फौरन छायादार स्थान पर ले जाएं। उसके शरीर और सिर पर पानी डालें और फिर भीगा कपड़ा बार बार रखें। इससे पशु को राहत मिलेगी। यदि पशु चारा खाना बंद कर दे, सुस्त या बीमार दिखाई दे तो ऐसी स्थिति में फौरन उसे नजदीक के वेटेनरी डॉक्टर के पास ले जाएं। उसकी सलाह से फौरन इलाज शुरू करवाएं।
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