Edited By Isha, Updated: 09 Dec, 2025 12:36 PM

राष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी की मौत के मामले में एफआईआर दर्ज होने के तीसरे दिन प्रशासन हरकत में आया। घटना के 13 दिन एडीसी नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में जांच कमेटी हार्दिक के घर पहुंची।
रोहतक: राष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी की मौत के मामले में एफआईआर दर्ज होने के तीसरे दिन प्रशासन हरकत में आया। घटना के 13 दिन एडीसी नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में जांच कमेटी हार्दिक के घर पहुंची।
पिता संदीप राठी को गांव में इंडोर स्टेडियम बनवाने का भरोसा दिया। दोपहर बाद पूर्व जिला खेल अधिकारी अनूप सिंह भी हार्दिक के घर पहुंचे और अपना पक्ष रखा। कमेटी सदस्यों ने कहा कि सांसद कोटे से मिले 18.50 लाख रुपये का बजट कम रहेगा। ऐसे में डी प्लान के तहत मिलने वाले बजट से भी काम कराया जाएगा।
हार्दिक के परिजनों से 25 मिनट तक बातचीत की। 25 नवंबर को बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी गांव के स्टेडियम में अभ्यास कर रहा था। सीने पर पोल गिरने से उसकी मौत हो गई थी। परिजनों ने खेल मंत्री से मांग की थी कि गांव में हार्दिक राठी के नाम से इंडोर स्टेडियम बनाया जाए। मंत्री ने मांग पूरी करने का भरोसा दिया था। डीसी ने 26 नवंबर को पत्र जारी कर जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी।
सोमवार दोपहर से पहले एडीसी नरेंद्र कुमार, खेल विभाग व पंचायती राज हार्दिक के घर पर पहुंचे। लाखनमाजरा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर समरजीत सिंह विभाग के अधिकारी सबसे पहले भी साथ रहे। कमेटी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। एडीसी ने कहा, जल्द जांच रिपोर्ट तैयार करके डीसी को सौंप दी जाएगी। खेल स्टेडियम में मौजूद सभी पोल उखाड़ने के निर्देश दिए हैं।