Edited By Isha, Updated: 05 Dec, 2025 01:53 PM

एडीजीपी वाई पूरण कुमार आत्महत्या मामले की जांच कर रही एसआईटी की सदस्य और चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर रिकॉर्ड लेने वीरवार को मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी के कार्यालय पहुंचीं।
चंडीगढ़: एडीजीपी वाई पूरण कुमार आत्महत्या मामले की जांच कर रही एसआईटी की सदस्य और चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर रिकॉर्ड लेने वीरवार को मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी के कार्यालय पहुंचीं।
सूत्रों के अनुसार मुख्य सचिव ने एसएसपी को मौके पर ही काफी रिकॉड मंगवाकर उपलब्ध करवा दिया। हालांकि कुछ रिकॉर्ड एसआईटी को देने के लिए उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए। यह मुलाकात लगभग 20 मिनट तक चली। एसआईटी ने हरियाणा सरकार से पूरण कुमार के सुसाइड नोट में शामिल अधिकारियों का रिकॉर्ड मांगा था। इसके अलावा रोहतक में पूरण कुमार के गनमैन के खिलाफ दर्ज केस से जुडा रिकॉर्ड मांगा था। इसमें से कुछ रिकॉर्ड एसआईटी को नहीं मिल पाया था।
लंबे इंतजार के बाद एसआईटी प्रमुख आईजी पुष्पेंद्र कुमार ने एसएसपी कंवरदीप कौर और एसपी सिटी को खुद जाकर रिकॉर्ड लेने के निर्देश दिए। अब एसआईटी सुसाइड नोट में शामिल आरोपी अधिकारियों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर सकती है। संवाद
आत्महत्या आत्महत्या मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी 28 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। इनमें अधिकतर रोहतक के पुलिस कर्मचारी हैं। एसआईटी ने अब तक पूरण कुमार की तैनाती से जुड़े स्टाफ, केस से संबंधित अधिकारियों व अन्य जुड़े कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं। गनमैन रहे सुशील से भी रोहतक जेल में पूछताछ की थी। पुरण कुमार के करीबी दोस्त, वकील और अन्य परिचितों के भी वयान लिए गए हैं। जिनका नाम पूरण कुमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था वे जांच के दायरे में शामिल नहीं किए गए हैं। उन्होंने सुसाइड नोट में 15 अधिकारियों का जिक्र किया था, जिनमें से 11 पर गंभीर रूप से परेशान करने के आरोप लगाए थे।
6 अक्तूबर की रात को सुशील को रोहतक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस पर शराब कारोबारी प्रवीण बंसल से ढाई लाख रुपये प्रति माह रिश्वत मांगने का आरोप है। गिरफ्तारी के अगले दिन सात अक्तूबर को वाई पूरण कुमार ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। वहीं अब एसआईटी जांच कर रही है कि क्या वाई पूरण कुमार ने रोहतक में दर्ज एफआईआर के कारण यह कदम तो नहीं उठाया।