Edited By Saurabh Pal, Updated: 29 Oct, 2024 06:27 PM
आरोप है कि जब विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि डीसी से मिलकर उन्हें ज्ञापन देना चाहते थे। पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोका तो वह जिला सचिवालय में जाने लगे। जिस पर पुलिस ने उन्हें रोककर धक्कामुकी कर खदेड़ा दिया।
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : हरियाणा के यमुनानगर में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों पर आज पुलिस ने उस समय धक्कामुकी कर खदेड़ा, जब विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि डीसी से मिलकर उन्हें ज्ञापन देना चाहते थे। पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोका तो वह जिला सचिवालय में जाने लगे। जिस पर पुलिस ने उन्हें रोककर धक्कामुकी कर खदेड़ा दिया। इसके बाद किसान नेताओं को पुलिस की बस में भरकर पुलिस लाइन ले जाया गया। बस में किसान नेताओं ने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
यमुनानगर में किसान सचिवालय गेट के अंदर आ चुके थे। जहां पुलिस ने बैरीकेट्स लगाए हुए थे। वहीं डीएसपी सहित पुलिस के अन्य अधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। किसानों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोका। इसी दौरान धक्कामुकी हुई। कुछ किसान धक्कामुकी में नीचे भी गिर गए। फिर कुछ किसान वही मौके पर ही धरना लगाकर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जिस पर भारी संख्या में पुलिस वालों ने उन्हें पीछे धकेल दिया। जब उन्हें बस में भरकर ले जाया जा रहा था तो उन्होंने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
डीएसपी द्वारा किसानों की लाठी-डंडों से पिटाई करवाने का आरोप
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सुभाष गुर्जर का कहना है कि जब ज्ञापन देने जा रहे थे तो हमें पता चला कि अंदर कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल और अंबाला से सांसद वरुण मुलाना के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की मीटिंग हो रही है। हम उन्हें भी ज्ञापन देना चाहते थे। लेकिन एसडीएम ने कहा कि 7 किसान आ जाओ उनसे मिलवा देंगे। 1 घंटे बाद कहा कि वह 4 बजे मिलेंगे। जब हम इंतजार कर ज्ञापन देने के लिए जा रहे थे तो डीएसपी ने लाठी-डंडों से किसानों की पिटाई करवाई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने उनके साथ ज्यादती की है। जिसका जवाब 7 नवंबर को रोष स्वरूप होने वाली किसान संगठनों की सभा में यमुनानगर में दिया जाएगा।
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