Edited By Nitish Jamwal, Updated: 08 Jul, 2024 06:39 PM
हरियाणा में मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला फरीदाबाद से सामने आया है, जहां क्राइम ब्रांच की कस्टडी में युवक की मौत के बाद माहौल गरमाया हुआ है। क्राइम ब्रांच युवक से चाकूबाजी के मामले में पूछताछ कर रही थी।
फरीदाबाद (अनिल राठी): हरियाणा में मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला फरीदाबाद से सामने आया है, जहां क्राइम ब्रांच की कस्टडी में युवक की मौत के बाद माहौल गरमाया हुआ है। क्राइम ब्रांच युवक से चाकूबाजी के मामले में पूछताछ कर रही थी। अब युवक की CIA की कस्टडी में हुई मौत को लेकर भी आर्मी और दलित समाज के नेता पुलिस पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं और वहीं मृतक के परिजन भी युवक की मौत को लेकर सीआईए को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। फिलहाल मजिस्ट्रेट की निगरानी में युवक का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है जबकि इस मामले में अब मजिस्ट्रेट द्वारा कानूनी जांच शुरू कर दी गई है।
बता दें कि बीती 5 जुलाई को द मॉल ऑफ फरीदाबाद की भूमिगत पार्किंग में पैसे के लेनदेन को लेकर दो युवकों में चाकू बाजी हुई थी। जिसमें युवक अमित और युवक हरीश घायल हुआ था। हरीश को इलाज के लिए निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। जबकि अमित को सरकारी अस्पताल में दाखिल किया गया था। परिजनों का आरोप है कि आपसी लेनदेन को लेकर दोनों में चाकू बाजी हुई थी और दोनों घायल हुए थे, लेकिन सरकारी अस्पताल में दाखिल अमित को इलाज के दौरान ही पुलिस चौकी में ले आई और उसके बाद कल देर शाम उसे सीआईए के हवाले कर दिया और सुबह अमित की मौत की खबर पुलिस द्वारा उन्हें मिली।
उन्होंने कहा कि ये पुलिस द्वारा की गई हत्या है, जिसको लेकर वो परिजनों के साथ मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाएंगे। उनका कहना था कि ये कोई लूट डकैती चोरी का मामला नहीं था कि इस मामले को सीआईए में दिया जाए। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से दोनों युवक घायल हुए थे। ऐसे में पुलिस को एक तरफा कार्रवाई न करते हुए क्रॉस मुकदमा दर्ज करना चाहिए था और मामले की जनता से जांच करनी चाहिए थी, लेकिन दलित युवक समझ कर उसे इलाज के दौरान ही अस्पताल से क्यों उठा लिया गया।
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