फरीदाबाद की 4 सीटों पर भाजपा में घमासान के आसार

Edited By Isha, Updated: 08 Aug, 2019 10:43 AM

4 seats in faridabad there is a possibility of fighting in bjp

फरीदाबाद जिले की 6 में से 4 विधानसभा सीटों पर टिकट को लेकर भाजपा के लिए घमासान की स्थिति बननी तय नजर आ रही है। टिकट को लेकर जहां हाल ही में शामिल हुए दो विधायक अपनी दावेदारी जता रहे हैं, वहीं कम वोटों से पिछले

फरीदाबाद (महावीर): फरीदाबाद जिले की 6 में से 4 विधानसभा सीटों पर टिकट को लेकर भाजपा के लिए घमासान की स्थिति बननी तय नजर आ रही है। टिकट को लेकर जहां हाल ही में शामिल हुए दो विधायक अपनी दावेदारी जता रहे हैं, वहीं कम वोटों से पिछले चुनावों में हार चुके भाजपा प्रत्याशी भी पुन: मैदान में डटे हुए हैं और कार्यकत्र्ताओं की नाराजगी झेल रही बडख़ल विधायिका के विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा के नए चेहरे दावेदारी जता रहे हैं। उधर, तिगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के केंद्रीय मंत्री के पुत्र भी ताल ठोक रहे हैं। 

भाजपा में आए दिन विधायकों व पूर्व विधायकों के साथ-साथ बड़े नेताओं का शामिल होना लगातार जारी है। इसी कड़ी में भाजपा सरकार के आखिरी विधानसभा सत्र के बाद फरीदाबाद जिले की 2 सीटों से विधायक टेकचंद शर्मा व नगेंद्र भड़ाना भी भाजपा में शामिल हो गए। नगेंद्र भड़ाना फरीदाबाद की एन.आई.टी. सीट से विधायक हैं और टेकचंद शर्मा पृथला विधानसभा सीट से बसपा की टिकट पर चुनाव जीते थे। इन दोनों विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा के टिकटाॢथयों के माथे पर ङ्क्षचता की लकीरें उकर आई हैं। केवल पृथला और एन.आई.टी. ही नहीं फरीदाबाद की बडख़ल व तिगांव विधानसभा सीट पर भी टिकट को लेकर पेंच उलझते दिखाई दे रहे हैं क्योंकि बडख़ल से भाजपा की वर्तमान विधायक का विरोध भाजपा में चरम पर है और तिगांव से केंद्रीय राज्य मंत्री के पुत्र भी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। ऐसे में इन चारों सीटों पर भाजपा के लिए टिकटाॢथयों का नाम तय करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।

पृथला में घमासान
भाजपा में शामिल हुए विधायक टेकचंद शर्मा बसपा की टिकट पर चुनाव जीते थे लेकिन शुरू से ही भाजपा के पाले में हैं। भाजपा से टिकट की मांग कर रहे टेकचंद शर्मा को बिना टिकट के आश्वासन के भाजपा में शामिल किया गया है लेकिन इसके साथ-साथ पूरे मान-सम्मान का भरोसा भी दिया गया है। उधर, भाजपा की टिकट पर पृथला से पिछले चुनावों में टेकचंद शर्मा से हारने वाले नयनपाल रावत 1179 वोटों से पराजित हुए थे। अत्यधिक कम अंतर से हारने पर भी पार्टी ने उन्हें 5 साल कोई बड़ा पद नहीं दिया। इसके बावजूद वह लगातार क्षेत्र में सक्रियता 
बनाए हुए हैं।

एन.आई.टी. में पशोपेश
एन.आई.टी. विधानसभा सीट से इनैलो की टिकट पर विधायक बने नगेंद्र भड़ाना बेशक भाजपा में शामिल हो गए हों लेकिन वहां से चुनाव लड़ चुके यशवीर डागर भाजपा व संघ में अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं इसलिए नगेंद्र भड़ाना और यशवीर डागर के बीच तालमेल बनाना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा। इसके साथ-साथ एक आई.ए.एस. अधिकारी की माता नीरा तोमर भी स्वयं को दावेदार 
बता रही हैं। 

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