शहर में लगे मलबे के ढेरों को नहीं उठा रहे निजी एजेंसी

Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 29 Jul, 2021 09:38 PM

private agencies are not picking up the piles of rubble in the city

गृह मंत्री अनिल विज ने नगर निगम गुरुग्राम में औचक निरीक्षण के दौरान निगम अधिकारियों पर फटकार लगाई थी कि निगम पार्षद जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं और अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे हैं।

गुडग़ांव, : गृह मंत्री अनिल विज ने नगर निगम गुरुग्राम में औचक निरीक्षण के दौरान निगम अधिकारियों पर फटकार लगाई थी कि निगम पार्षद जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं और अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। गृह मंत्री की इस फटकार के बाद भी निगम अधिकारी निगम पार्षदों की सुनवाई नहीं कर रहे हैं। शहर में लगे मलबे के ढेरों को उठाने के लिए निगम पार्षदों की एक गठित कमेटी ने कुछ सुझाव के साथ शहर से मलबा उठाने के लिए रिपोर्ट में लिखा था, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट के करीब छह माह बीत जाने के बाद भी निगम अधिकारी शहर में लगे मलबे के ढेरों को कंपनी से नहीं उठवा रहे हैं। इससे शहरवासियों को परेशानी के साथ निगम के राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। 
बता दें कि शहर में लगे मलबे के ढेरों को उठाने व मलबे का डोर टू डोर कलेक्शन करने का कार्य नगर निगम ने प्रगति एजेंसी को कार्य दिया था, कंपनी ने अपनी इनफोर्समेंट टीम का गठन कर शहर में अवैध रूप से मलबा डालने वाले माफिआयों पर लगाम लगा दी थी और निगम को करीब साढे तीन करोड़ रुपये का राजस्व भी एकत्रित करके दिया था, लेकिन निगम अधिकारियों की लापरवाही के कारण कंपनी ने अवैध रूप से मलबा डालने वालों पर कार्रवाई बंद कर सिर्फ डोर टू डोर मलबे को एकत्रित किया जा रहा है, जबकि शहर में सैंकडों जगहों पर मलबे के जगह-जगह ढेर लगे हुए हैं। निगम पार्षदों का आरोप है कि निगम अधिकारियों ने निगम पार्षदों और अधिकारियों द्वारा जो कमेटी का गठन कर रिपोर्ट तैयार करवाई थी, लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी निगम अधिकारी शहर से मलबा को तो उठा ही नहीं रहे हैं साथ में ऐसा नहीं करके पार्षदों की छवि को धूमिल करने की कोशिश में लगे हुए हैं।
कंपनी ने निगम को दिए करोडों..
शहर में मलबे का उठान कर रही प्रगति कंपनी ने शहर में मलबा उठाने के साथ जगह-जगह लगे मलबे के ढेरों को समाप्त कर दिया था। कंपनी की इनफोर्समेंट टीम ने अवैध रूप से मलबा डालने वाले मलबा माफियाओं पर लगाम लगा दी थी। कंपनी ने अपनी इस कार्रवाई के दौरान 2019 में अप्रैल से लेकर दिसंबर तक करीब 43 लाख रुपये का राजस्व निगम को दिया, 2020 में जनवरी से दिसंबर तक करीब साढे तीन करोड़ रुपये का राजस्व निगम को दिया, इस वर्ष में कंपनी ने चालान के द्वारा करीब 70 लाख रुपये निगम को दिए। खास बात यह है कि नगर निगम अधिकारियों की तरफ से कंपनी का कार्य बंद करने के बाद से कंपनी ने 2021 में अब तक करीब छह लाख रुपये ही निगम को दिए हैं। 
शहर में मलबा उठाने के लिए निगम ने कंपनी को काम दिया हुआ है, लेकिन पार्षदों की कमेटी ने कुछ सुझाव के साथ एक रिपोर्ट निगम अधिकारियों दी थी, जिस पर आज तक कोई काम नहीं हुआ है। कंपनी की तरफ से मलबा उठान का कार्य बंद करने से शहरवासी परेशान है और निगम के राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। सदन की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। सुनीता यादव, डिप्टी मेयर, गुरुग्राम
शहर में जगह-जगह मलबे के ढेरों से लोग परेशान है, लेकिन निगम अधिकारी इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। पार्षदों की कमेटी ने अपनी  रिपोर्ट में जो सुझाव दिए थे उसमें निगम को राजस्व को काफी फायदा होगा। निगम अधिकारियों को मलबा उठान पर ध्यान देना चाहिए। सदन की बैठक में इस मामले को उठाया जाएगा।  मलबा माफिया लोगों से अवैध वसूली कर रहे हैं, जिनको कोई रोकने वाला नहीं है। आरती यादव, पार्षद, वार्ड-32, कमेटी सदस्य
 

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