Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 18 Jun, 2025 09:07 PM

साइबर क्राइम ईस्ट थाना पुलिस ने एयरपोर्ट पर नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से कॉल सेंटर संचालक व तीन युवतियों को काबू किया है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): साइबर क्राइम ईस्ट थाना पुलिस ने एयरपोर्ट पर नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से कॉल सेंटर संचालक व तीन युवतियों को काबू किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जा से 13 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस ने कॉल सैंटर संचालक को अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया है।
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दरअसल, बीती 31 मार्च को साइबर क्राइम ईस्ट थाना पुलिस में एक महिला ने शिकायत दी थी। जिसमें महिला ने कहा कि उसके पास एक कॉल आई और उसे एयरपोर्ट पर जॉब लगाने का झांसा दिया गया। इसके बाद फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर उसके साथ ठगी कर ली। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
मामले में एसीपी साइबर क्राइम विकास कौशिक की अगुवाई में साइबर क्राइम ईस्ट थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमित की टीम ने दिल्ली के बदरपुर से चार आरोपियों को काबू किया। आरोपियों की पहचान यूपी के मथुरा निवासी राजू, दिल्ली की सायमा बानो, निहारिका उर्फ नीरज व करिश्मा के रुप में हुई।
जेल से बाहर आने पर किया कॉल सेंटर चालू:
एसीपी विकास कौशिक ने बताया कि आरोपी से पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी राजू पहले दवाई बेचने का काम करता था। वह एयरपोर्ट पर जॉब दिलाने के साईबर फ्रॉड करने में संलिप्त था। जिसके चलते वर्ष-2023 में पुलिस द्वारा आरोपी राजू को गिरफ्तार किया गया था। जेल से बाहर आने के बाद यह बेरोजगार हो गया और इसने फिर से एयरपोर्ट पर जॉब दिलाने के बहाने साईबर फ्रॉड का काम शुरू करने के लिए इसने एक कॉल सेंटर चालू कर दिया। जिसके लिए उसने निहारिका, सायमा बनो व करिश्मा को कॉल सेंटर पर काम करने के लिए 12 हजार रुपए की सैलरी व साईबर फ्रॉड से प्राप्त होने वाली राशि का 2 प्रतिशत कमीशन पर रखा। आरोपी राजू ने आरोपित युवतियों को कॉल करने के लिए एक-एक कीपैड फोन व व्हाट्स ऐप मैसेज करने के लिए एक-एक स्मार्टफोन दे रखा था। एक महीने बाद उन फोन व सिम कार्ड को तोड़ देता था और नए सिम कार्ड व फोन दे देता था।
फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेजकर की जाती वसूली:
आरोपित युवतियां आरोपी राजू द्वारा दिए गए फोन नम्बर पर फोन करके एयरपोर्ट पर जॉब दिलाने के लिए कॉल करती। जब भी कोई व्यक्ति इसके जाल में फंस जाता तो ये उसे विश्वास में लेने के लिए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेजती। वहीं उनसे फीस के नाम पर 750 रुपए लेती और धीरे-धीरे विभिन्न प्रकार की फॉर्मेलिटीज के नाम पर रुपए ट्रांसफर करवा लेती।