Edited By Harman, Updated: 29 Dec, 2024 08:47 PM
दिल्ली की सियासत में नए समीकरण बनने की अटकलें तेज हो गई हैं। अंदरूनी जानकारी के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के बीच एक नई साझेदारी की संभावना है,
गुरुग्राम (ब्यूरो): दिल्ली की सियासत में नए समीकरण बनने की अटकलें तेज हो गई हैं। अंदरूनी जानकारी के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के बीच एक नई साझेदारी की संभावना है, जिसमें दिल्ली की कुछ विधानसभा सीटें आरएलडी को सौंपी जा सकती हैं। खासतौर पर नांगलोई जाट विधानसभा क्षेत्र को लेकर चर्चा गरम है।
पश्चिमी यूपी से दिल्ली तक पहुंचने की रणनीति
राष्ट्रीय लोक दल, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट, किसानों और ग्रामीणों के बीच अपनी मजबूत पकड़ के लिए जानी जाती है, अब दिल्ली की राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रही है। हाल के दिनों में आरएलडी ने पश्चिमी यूपी में अपना जनाधार और प्रभाव दोनों बढ़ाया है। अब पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने राजधानी दिल्ली की राजनीति में पैर जमाने के लिए भाजपा के साथ समझौता करने का प्रयास शुरू कर दिया है।
सूत्रों का कहना है कि यदि नांगलोई जाट सीट आरएलडी को मिलती है, तो पार्टी की ओर से निशा चौधरी, जो आरएलडी महिला प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष और प्रवक्ता हैं, को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। निशा चौधरी संगठनात्मक कौशल के साथ-साथ जाट समुदाय और दिल्ली के सामाजिक मुद्दों पर अपनी सक्रियता के लिए जानी जाती हैं।
भाजपा और आरएलडी के गठबंधन का विस्तार?
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा और आरएलडी का गठबंधन हाल के उपचुनावों में सफल रहा है। इस गठबंधन के तहत मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में आरएलडी ने शानदार जीत दर्ज की थी। अब यही गठबंधन दिल्ली की राजनीति में अपनी भूमिका बढ़ाने की तैयारी में है। नांगलोई जाट जैसी सीट, जहां जाट समुदाय का प्रभाव है, आरएलडी के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
जयंत चौधरी की यह पहल न केवल पार्टी को क्षेत्रीय सीमाओं से बाहर ले जाने की योजना का हिस्सा है, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में आरएलडी की भूमिका को मजबूत करने की रणनीति भी है। नांगलोई जाट सीट पर निशा चौधरी जैसी अनुभवी उम्मीदवार को उतारकर पार्टी दिल्ली में अपनी जमीनी पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है।
आरएलडी का यह कदम पार्टी के विस्तार और दिल्ली की राजनीति में एक नई पहचान बनाने की दिशा में अहम साबित हो सकता है। भाजपा के साथ गठबंधन के जरिए जाट समुदाय पर मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश करते हुए, आरएलडी नांगलोई जाट सीट पर बड़ी जीत हासिल कर सकती है। अगर यह प्रयास सफल रहता है, तो यह दिल्ली की राजनीति में आरएलडी के लिए एक बड़ा कदम साबित होगा।