Edited By Shivam, Updated: 31 Mar, 2020 05:02 PM
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन सम्बंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने हरियाणा रोडवेज के उन चालक व परिचालकों के कार्य को सराहा है जो नौवेल कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी की परवाह किए बिना बिहार व यू.पी. के प्रवासी मजदूर भाइयों को उनके प्रदेश छोड़कर सही...
रोहतक (दीपक): हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन सम्बंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने हरियाणा रोडवेज के उन चालक व परिचालकों के कार्य को सराहा है जो नौवेल कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी की परवाह किए बिना बिहार व यू.पी. के प्रवासी मजदूर भाइयों को उनके प्रदेश छोड़कर सही सलामत अपने डिपो में पहुंचे हैं। इसमें रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद, दिल्ली, झज्जर, रेवाड़ी, नूंह, फरीदाबाद व पलवल डिपो के जांबाज चालक परिचालक शामिल हैं।
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के सदस्यों ने कहा कि रोडवेज के कर्मचारियों ने अपने शरीर की ङ्क्षचता न करते हुए 28 मार्च शाम से 30 मार्च दोपहर तक मात्र एक समय आधा अधूरा भोजन करके हरियाणा सरकार द्वारा दिए गए आदेशों की पालन की हैं। वास्तविक तौर पर यह चालक व परिचालक जांबाज कहलाने का हक रखते हैं। हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन मांग करती हैं कि हरियाणा सरकार जोखिम भरी ड्यूटी करते हुए हरियाणा प्रदेश का नाम नोवेल कोरोना वायरस जैसी बीमारी को अनदेखी करते हुए कार्य करने वाले साथियों को मात्र 5-5 हजार रुपए जोखिम भत्ता देने का काम करे।
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स के राज्य कार्यालय सचिव जयकुंवार दहिया, केंद्रीय कमेटी सदस्य हिम्मत राणा, वरिष्ठ नेता सुमेर सिवाच, डिपो सचिव सतबीर सिंह मुंढाल, रणबीर दहिया, अमिन कुमार, यशपाल गुज्जर व अनिल कुमार ने भी जोखिम भरा कार्य करने पर हरियाणा रोडवेज के सभी चालक व परिचालक, जिन्होंने अपनी जेब से हरियाणा रोडवेज की बसों में 5-5 हजार रुपए का डीजल डलवाकर अपने डिपो में पहुंचने का सराहनीय कार्य किया।