Edited By Isha, Updated: 20 Aug, 2019 12:38 PM
डाक्टरों की मासिक बैठक के बाद आशा वर्कर डिलीवरी वार्ड के स्टाफ की शिकायत लेकर भी पहुंच गई। आशा वर्करों ने आरोप लगाए कि लेबर वार्ड में स्टाफ नर्स जच्चा के परिजनों से बधाई के रूप में पैसे व मिठाई
पानीपत (अनुज): डाक्टरों की मासिक बैठक के बाद आशा वर्कर डिलीवरी वार्ड के स्टाफ की शिकायत लेकर भी पहुंच गई। आशा वर्करों ने आरोप लगाए कि लेबर वार्ड में स्टाफ नर्स जच्चा के परिजनों से बधाई के रूप में पैसे व मिठाई लेती हैं। न देने पर उनके साथ बदसलूकी भी की जाती है। आशा वर्करों के साथ भी स्टाफ नर्स बदसलूकी करती है। सी.एम.ओ. ने मामले की जांच डिप्टी एम.एस. डा. अमित पोरिया को दी है। उनके साथ बदसलूकी की जाती है, जबकि उनका काम प्रसूताओं को अस्पताल में लाना व सुरक्षित डिलीवरी करवाना होता है। नर्स डिलीवरी के बाद प्रसूताओं के परिजनों से बधाई के रूप में 500 से 1500 रुपए लेती हैं।
आशा वर्करों को वार्ड में आने से रोका तो लगा रही झूठे आरोप
डिलीवरी वार्ड की स्टाफ नर्सों का कहना है कि डिलीवरी वार्ड में पुरुषों व आशा वर्करों का आना बंद है। गर्भवतियों के साथ जो परिजन आते हैं उनको भी बाहर ही रोक दिया जाता है।
जरूरत पडऩे पर ही उनको अंदर बुलाते हैं ताकि लेबर वार्ड संक्रमण रहित रहे। स्टाफ नर्स हेमा रानी ने कहा कि आशा वर्कर जबरदस्ती वार्ड में घुसने का प्रयास करती है। वह उन्हें अंदर आने से रोक देती है इसलिए उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।