Edited By Shivam, Updated: 11 Sep, 2019 06:55 PM
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के खिलाफ पंचकूला विशेष सीबीआई कोर्ट में चल रहे मानेसर लैंड स्कैम केस की सुनवाई हुई। इस दौरान दोनों पक्षों में आरोपों को लेकर कई घंटों बहस हुई, मामले के मुख्य आरोपी व पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुडा किन्हीं...
पंचकूला (उमंग): पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के खिलाफ पंचकूला विशेष सीबीआई कोर्ट में चल रहे मानेसर लैंड स्कैम केस की सुनवाई हुई। इस दौरान दोनों पक्षों में आरोपों को लेकर कई घंटों बहस हुई, मामले के मुख्य आरोपी व पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुडा किन्हीं कारणों के चलते कोर्ट नहीं पहुंंच पाए। पिछली सुनवाई के दौरान मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सहित सभी आरोपियों पर आरोपों को लेकर बहस शुरू हो चुकी है। मामले में आज हुई सुनवाई के बाद अगली सुनवाई 16 सितम्बर को होनी तय की गई।
आज हुई सुनवाई में हुड्डा नहीं पहुंचे लेकिन जबकि अन्य सभी आरोपी कोर्ट में पेश हुए। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित 34 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गई थी। जिसमें हुडडा के अलावा एमएल तायल, छतर सिंह, एसएस ढिल्लों, पूर्व डीटीपी जसवंत सहित कई बिल्डरों के खिलाफ चार्ज शीट में नाम आया है। मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
मानेसर जमीन घोटाले को लेकर सीबीआइ ने हुड्डा सहित 34 के खिलाफ 17 सितंबर 2015 को मामला दर्ज किया था। सीबीआई की एफआइआर के आधार पर ईडी ने भी हुड्डा के खिलाफ सितंबर 2016 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। वहीं कांग्रेस लगातार इस कार्यवाही को सियासी रंजिश का नाम दे रही है।
इस मामले में आरोप है कि अगस्त 2014 में निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात जनसेवकों के साथ मिलीभगत कर गुडग़ांव जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भूस्वामियों को अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीद ली थी। कांग्रेस की तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे बिल्डर्स को औने-पौने दाम पर बेचने का आरोप है।