Edited By Deepak Kumar, Updated: 05 Sep, 2025 02:39 PM

भारी बारिश के चलते यमुना नदी उफान में थी। इसके चलते 105 घंटे लगातार हथिनी कुंड बैराज के सभी 18 गेट खुले रहे और पानी लगातार यमुना में बहता रहा। फिलहाल राहत की बात यह है कि पानी एक लाख क्यूसेक से कम हुआ है।
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : भारी बारिश के चलते यमुना नदी उफान में थी। इसके चलते 105 घंटे लगातार हथिनी कुंड बैराज के सभी 18 गेट खुले रहे और पानी लगातार यमुना में बहता रहा। फिलहाल राहत की बात यह है कि पानी एक लाख क्यूसेक से कम हुआ है। लेकिन दूसरी तरफ भूमि कटाव लगातार जारी है। यमुना के बिल्कुल किनारे सटे हुए टापू कमालपुर में स्थिति अत्यंत गंभीर है।
अगर दोबारा से पहाड़ी इलाकों में वर्षा हुई और फिर से पानी आया तो सबसे ज्यादा प्रभावित यमुनानगर का टापू कमालपुर गांव होगा। जहां आबादी को खतरा पैदा हो सकता है। इसके अलावा पोबारी गांव भी यमुना के अत्यंत नजदीक है वहां भी स्थिति अच्छी नहीं है।

एक सितंबर को सुबह 4:00 बजे यमुना उफान पर आई थी, जिसके बाद हथिनी कुंड बैराज के सभी गेट खोल दिए गए थे। अधिकतम 3 लाख 29 हजार क्यूसेक पानी यमुना से डिस्चार्ज हुआ। लेकिन बैराज के गेट 105 घंटे तक खुले रहे, यानी एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी 105 घंटे तक यमुना में डिस्चार्ज होता रहा, जिससे यमुना उफान पर है और भूमि कटाव जारी है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)