Edited By Mohammad Kumail, Updated: 07 Apr, 2023 03:50 PM

जिले में सिवाह स्थित जिला जेल अब वसूली का अड्डा बनता जा रहा है। पानीपत के विभिन्न क्षेत्रों के बंदियों की भीतर एक गैंग बन गई है। जोकि UP-बिहार समेत अन्य दूसरे प्रवासी बंदियों के साथ वारदात कर रहे हैं...
पानीपत (सचिन शर्मा) : आपने फिल्मों में देखा होगा कि किस तरह से जेल में वसूली का खेल खुलेआम चलता है। इतना ही नहीं, इस काम को करने के लिए बाकायदा कैदियों में गुटबाजी भी हौती है और कई बार मारपीट तक की नौबत आ जाती है। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के पानीपत जिले से सामने आया है। जहां सिवाह स्थित जिला जेल में वसूली को लेकर बंदियों की पिटाई कर दी गई है। बता दें कि पानीपत के विभिन्न क्षेत्रों के बंदियों की भीतर एक गैंग बन गई है। जोकि UP-बिहार समेत अन्य दूसरे प्रवासी बंदियों के साथ वारदात कर रहे हैं। सिवाह, तामशाबाद, कुराड़ गांव के ये आरोपी बंदी दूसरे बंदियों से रुपए की मांग करते हैं। जो बंदी उनके खातों में रुपए नहीं डलवाता, उनके साथ भीतर मारपीट की जा रही है। इसी बीच यूपी के तीन बंदियों पर हमला किया गया। ग्लास-प्लेट काट कर बनाए गए हथियारों से सोए हुए हवालातियों पर हमला कर उन्हें घायल किया गया। जिसमें से एक हवालाती की हालत गंभीर बनी हुई हैं, जिसका ईलाज चल रहा है। जबकि एक बंदी का दांत टूटा है और तीसरे बंदी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई है।
जानकारी देते हुए शमशाद ने बताया कि वह UP के जिला बिजनौर के चांदपुर शहर का रहने वाला है। वह नवंबर 2021 में पानीपत के कुटानी रोड पर हुए एक हत्या के मामले में शामिल होने के आरोप में सिवाह जेल में विचाराधीन बंदी है। इस मामले में वे 5 लोग हैं, जोकि जेल के भीतर हैं। पिछले काफी समय से जेल के भीतर उससे व उसके साथियों से रुपए की मांग की जा रही है। मांग करने वाले पानीपत के विभिन्न क्षेत्रों के ही बंदी है। जिन्होंने भीतर एक गुट बनाया हुआ है। रुपए न देने पर कभी बाथरूम में पीटते हैं, कभी बैरक के भीतर ही वारदात करते हैं। इसी बीच गुरुवार को वह बैरक के भीतर सोया हुआ था। तभी उस पर सिवाह के मंजीत, धनसौली के सतेंद्र और सुमित समेत कुराड़ व तामशाबाद के रहने वाले करीब 10 लोगों पर उस पर हमला कर दिया। आरोपियों ने ग्लास, प्लेट, चम्मच के धारदार व नोंकदार हथियार बनाए हुए थे। हमले में एक का होंठ कटा है, दूसरे का दांत टूटा है व तीसरे को भी गंभीर चोट आई है।
17 मार्च को जेल से जमानत पर बाहर आए बंदी अब्दुल निवासी यूपी ने बताया कि उसके साथ भी इसी तरह रुपए की मांग होती रही। मगर, जेल के भीतर उनकी गैंग के एक सदस्य से उसकी जानकारी निकल आई, तो उस पर हमला नहीं हुआ। इस गैंग के साथ जेल के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं। गैंग के खिलाफ कई बार शिकायत भी की गई। मगर कभी कोई सुनवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं, जमानत पर बाहर आने से पहले जेल DSP से भी इस बारे में बताया था, मगर सुनवाई नहीं हुई। हालांकि अभी तक इस मामने में जेल अधिकारियों का कोई बयान सामने नहीं आया है।
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