Edited By Manisha rana, Updated: 08 Sep, 2023 03:21 PM
शिक्षा के क्षेत्र में होनहार जरूरतमंद बच्चे जो किताबें नहीं खरीद सकते, किताबों की कमी के चलते जिनकी पढ़ाई नहीं हो सकती। उन बच्चों की मदद सिरसा की बाबा सरसाईनाथ बुक्स बैंक वेल्फेयर ट्रस्ट कर रही है।
सिरसा (सतनाम) : शिक्षा के क्षेत्र में होनहार जरूरतमंद बच्चे जो किताबें नहीं खरीद सकते, किताबों की कमी के चलते जिनकी पढ़ाई नहीं हो सकती। उन बच्चों की मदद सिरसा की बाबा सरसाईनाथ बुक्स बैंक वेल्फेयर ट्रस्ट कर रही है। जिन्होंने जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई सुचारू रखने के लिए उन्हें किताबें उपलब्ध करवाने के लिए बुक बैंक बनाया है।
2021 में हुई थी बुक बैंक की स्थापना
बता दें कि इस बुक बैंक की स्थापना 25 जुलाई 2021 को हुई थी। मात्र 100 किताबों से शुरू हुआ बुक बैंक में अब 10 हजार से ज्यादा 9वीं से 12वीं व स्नात्तक तक की किताबें हैं। ट्रस्ट के सदस्यों का लक्ष्य है कि कोई भी आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी किताबों की वजह से बच्चे की पढ़ाई न छूटे। इस बुक बैंक में 14 सदस्य हैं। इनमे ज्यादातर शिक्षक है, जो अपने स्कूल में ड्यूटी देने के बाद शाम के समय या छुट्टी के दिन इसके लिए काम करते है।
इस पहल का समाज का हर वर्ग कर रहा है प्रशंसा
संस्थाना के प्रधान गुरदीप सैनी ने बताया कि अब तक 700 बच्चों को निशुल्क किताबें वितरित कर चुके हैं। अनेक किताबें विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों द्वारा उन्हें उपलब्ध करवाई गई हैं। पुस्तकें देने से पहले विद्यार्थियों से फार्म भरवाया जाता है। जिसमें पुस्तकों को अच्छी हालत में रखने और परीक्षा के बाद वापस जमा करवाने का प्रावधान है। ट्रस्ट की ओर से आरंभ की गई इस पहल का समाज का हर वर्ग प्रशंसा कर रहा है। ट्रस्ट का लक्ष्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर किसी भी विद्यार्थी को पुस्तकों की कमी के चलते पढ़ाई में पीछे नहीं रहने दिया जाएगा।
संस्था की ट्रस्टी प्रेम कंदोई का कहना है कि सिरसा की गौशाला में इस ट्रस्ट का कार्यालय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना के वक्त जब लॉकडाउन लगा था तब बहुत से लोग गौशाला में बैठे थे, तब हमें विचार आया क्यों न जरूरतमंद बच्चों की किताबों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि किताबें बांटने के अलावा, अब तक हमारी संस्था ने ढा़ई सौ से अधिक बच्चों को स्टेशनरी वितरित की है। इसके अलावा तीन छात्रों की फीस भी संस्था के सदस्यों की तरफ से भरी गई है ताकि शिक्षा से कोई बच्चा वंचित न रह सके।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)