Edited By Isha, Updated: 27 Sep, 2019 05:58 PM
अवैध खनन रोकने के पुलिस प्रशासन भले ही लाख दावे करे लेकिन सच्चाई इससे कोसों दूर है। झिमरावट के पहाड़ से झिमरावट गांव का ही खनन माफिया जान हथेली पर रखकर अवैध खनन को ट्रेक्टर - ट्राली से अंजाम देने में जुटा हुआ है
नूंह मेवात( ऐ.के.बघेल): अवैध खनन रोकने के पुलिस प्रशासन भले ही लाख दावे करे लेकिन सच्चाई इससे कोसों दूर है। झिमरावट के पहाड़ से झिमरावट गांव का ही खनन माफिया जान हथेली पर रखकर अवैध खनन को ट्रेक्टर - ट्राली से अंजाम देने में जुटा हुआ है। खाकी को तो इनका खौफ नहीं है , लेकिन आम आदमी की अवैध खनन से जुड़े खनन माफिया के सामने मुंह खोलने की हिम्मत नहीं है लेकिन शुक्रवार को मरोड़ा गांव के समीप हादसा हुआ तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
जानकारी के अनुसार सुबह करीब 10 बजे मरोड़ा गांव में अवैध खनन में लगा पत्थरों से भरा ट्रेक्टर ट्राली अनियंत्रित हो गया। पशुओं का चारा ला रही दो महिलाओं को इस ट्रेक्टर-ट्राली की वजह से चोट आई जिनका इलाज पिनगवां के निजी अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा उसी स्थान पर खड़ी बलेनो गाड़ी के उपर ट्रेक्टर - ट्राली पलट गया।
गनीमत रही की करीब पांच फुट दूर चाय की झोंपड़ी में ट्रेक्टर - ट्राली नहीं घुसा वर्ना कई लोगों की जान इस हादसे में जा सकती थी। घटना के आधे घंटे से अधिक समय बीत जाने पर भी जब नगीना पुलिस नहीं पहुंची तो मरोड़ा गांव के लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। घटनास्थल नगीना - पुन्हाना मुख्य मार्ग पर होने की वजह से वहां भीड़ जुटने लगी। ट्रेक्टर - ट्राली चालक घटना के बाद वहां से फरार हो गया। खास बात यह है की नगीना पुलिस घटना पर कुछ भी बोलने से बच रही है।