Edited By Mohammad Kumail, Updated: 20 Nov, 2023 08:12 PM

किसान आंदोलन बेशक स्थगित कर दिया गया हो, लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं...
सोनीपत (सन्नी मलिक) : किसान आंदोलन बेशक स्थगित कर दिया गया हो, लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। कई माह पहले दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक में बैठक कर यह फैसला लिया था कि 26 फरवरी को दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान मांगी गई अधूरी मांगों को दोबारा से पूरा करवाने के लिए एक बार फिर दिल्ली में पड़ाव डाला जाएगा। तो दूसरी तरफ सोनीपत के किसानों की कई समस्याओं को लेकर 6 दिसंबर को किसान एक बार फिर लघु सचिवालय में एक बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं। जिसको लेकर आज छोटू राम धर्मशाला में एक बैठक की गई और उसमें रणनीति बनाए।
केंद्र सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में ले गए तीन कृषि कानून के खिलाफ देश भर के किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन किया और सरकार ने इस आंदोलन को देखते हुए तीनों कृषि कानून को रद्द कर दिया। लेकिन सरकार के साथ भारत के किसानों ने कुछ मांगे और भी रखी जिस पर सरकार ने अपनी सहमति जता दी थी और उन्हें पूरा करवाने के लिए समय मांगा था। लेकिन सरकार ने किसानों की कई मांगों पर कमेटी भी बना रखी है लेकिन उनको अभी तक पूरा नहीं किया गया है। जिसके आरोप किसान सरकार पर लगा रहे हैं, तो दूसरी तरफ कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे के साथ-साथ सरकार ने एक ऑर्बिट रेलवे कॉरिडोर का निर्माण शुरू कर रखा है। जिसके लिए भूमि अधिकरण भी कर लिया गया है। इस भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजे की बढ़ोतरी की मांग किसान सरकार से कर रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन ने मुआजवा तो बढ़ा दिया लेकिन मुआवजा राशि अभी तक किसानों को नहीं दी गई है।
सोनीपत के कई गांव में से हाई वोल्टेज बिजली की तार निकली जा रही है उस पर भी किसान सरकार के सामने मुआवजा देने की मांग पर अड़े हैं। तो शुगर मिल अभी तक शुरू नहीं हुआ है जिसको लेकर सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन से भी किसान खफा नजर आ रहे हैं। आज सोनीपत की छोटू राम धर्मशाला में एक बैठक की गई जिसमें किसानों ने रणनीति बनाई कि 26 फरवरी को तो संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक दल के आह्वान पर दिल्ली में एक बड़ा पड़ाव सरकार के खिलाफ डाला जाएगा तो सोनीपत के किसानों की मांगों को लेकर 6 दिसंबर को लघु सचिवालय में हजारों की संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर किसान पहुंचेंगे और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ व वीरेंद्र सिंह ने बताया कि आज हमारे जिला प्रशासन के साथ एक बैठक हुई है। जिसमें हमने किसानों की समस्या जिला प्रशासन के अधिकारियों के सामने रखी है, जिनको पूरा हो जाना चाहिए था। लेकिन जिला प्रशासन व सरकार इन मांगों को पूरा करने में सक्षम नजर नहीं आ रही है। जिसको लेकर हमने एक बैठक की है और बैठक में फैसला किया है कि 6 दिसंबर को सोनीपत के लघु सचिवालय में एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं पर किसान अपना अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए पड़ाव डालेंगे। जिसमें शुगर मिल अभी तक शुरू न होना और ऑर्बिट रेलवे कॉरिडोर के लिए बढ़ा हुआ मुआवजा अभी तक किसानों को न मिलाना व अन्य कोई मांगे हैं, तो दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक दल की एक बैठक हुई थी। जिसमें फैसला लिया गया था कि किसान आंदोलन में अधूरी मांगों को पूरा करवाने के लिए एक बार फिर सरकार के सामने एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा, जो कि अबकी बार दिल्ली में होगा। इसको लेकर हम तैयारी कर रहे हैं और हरियाणा से लाखों की संख्या में किस वहां पहुंचेंगे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
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