Edited By Manisha rana, Updated: 20 May, 2020 11:31 AM
लॉकडाउन के दौरान युवा वर्ग घर में रहने की वजह से भावनाएं बदली है। इसी तरह की भावना जनपद के अटाली गांव निवासी एसआरसी बिल्डर...
फरीदाबाद (सूरजमल) : लॉकडाउन के दौरान युवा वर्ग घर में रहने की वजह से भावनाएं बदली है। इसी तरह की भावना जनपद के अटाली गांव निवासी एसआरसी बिल्डर सुभाष चौधरी के पुत्र धर्म चौधरी और विनित चौधरी की भी बदली। धर्म चौधरी ने बताया कि लॉकडाउन के अंदर बंद रहते रहते दान पुण्य और धर्म की भावना प्रकट हुई। वहीं अपने आपको बिजी करने के लिए गरीब व प्रवासी मजदूरों को भोजन वितरित करने की योजना बनाई।
धर्म चौधरी ने बताया कि उन्हें धार्मिक प्रवृत्ति और समाजसेवा की भावना विरासत में मिली है। उनके दादा चौधरी गोवर्धन सिंह तथा पिता सुभाष चौधरी ने प्रदेश के सभी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें सम्मानित किया और उनकी आर्थिक मदद की है। वहीं किसान भवन, गुर्जर भवन के अलावा कई सामाजिक संस्थाओं में भी आर्थिक मदद के साथ-साथ गांव में तथा जिले में तमाम सामाजिक व खेल प्रतियोगिताएं भी करवाई है। इसी तरह मैंने भी अपने भाई के साथ जी.डी. सन्स के तहत तिगांव, कैली गांव बाईपास, आईएमटी में गरीब मजदूरों को बना हुआ खाना तथा पानी की बोतलें 13 मई से 400 से अधिक लोगों को रोजाना वितरित कर रहे है।
उन्होंने कहा कि वह लॉकडाउन और कोरोना के पूरे नियमों का पालन करते है। तो सभी मास्क लगाकर हाथों में गल्वस पहनकर पहनकर खाना वितरित है तथा उचित दूरी बनाए रखते हैं। धर्म चौधरी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण गरीब व दिहाड़ीदार मजदूरों के सामने खाने का संकंट पैदा हो गया है। अपने सामाजिक कर्तव्यों को ध्यान में रखते हुए वह रोजाना 400 लोगों को खाना-पानी वितरित कर रहें है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह लॉकडाउन के नियमों का पालन करें और बेवजह अपने घरों से बाहर न निकले।