Edited By Yakeen Kumar, Updated: 01 Jul, 2025 09:36 PM

मां-बहन बेटी की गाली देने वालों पर जुर्माने की वकालत करने वाले सुनील जागलान के अन्तराष्ट्रीय अभियान गाली बंद घर डॉक्युमेंट्री फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है । सुनील जागलान पर यह 53 वीं डॉक्युमेंट्री फिल्म बन चुकी है जिसमें से सनराइज डॉक्यूमेंटरी...
जींद : मां-बहन बेटी की गाली देने वालों पर जुर्माने की वकालत करने वाले सुनील जागलान के अन्तराष्ट्रीय अभियान गाली बंद घर डॉक्युमेंट्री फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है । सुनील जागलान पर यह 53 वीं डॉक्युमेंट्री फिल्म बन चुकी है जिसमें से सनराइज डॉक्यूमेंटरी फिल्म को राष्ट्रीय पुरूस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा भी मिल चुका है। गाली बंद घर पर डॉक्युमेंट्री फिल्म बंगाली सिनेमा के मशहूर डायरेक्टर पावेल बना रहे हैं जिनकी पहचान हिंदी सिनेमा में आयुष्मान खुराना अभिनीत फिल्म बाला के लेखक के तौर पर भी है। नील जागलान ने बताया कि फिल्म की 16 सदस्यी टीम उनके गाली बंद घर पर उनके अभियान से गाली छोड़ने वालों को भी शूट कर रही है ।
फिल्म डॉयेक्टर पावेल ने बताया कि मैं सुनील जागलान के सामाजिक अभियानों से प्रेरित हूँ और गाली बंद घर मुझे बहुत प्रभावशाली लगा । आज तक इस विषय पर कहीं कार्य नहीं हुआ लेकिन सुनील जागलान ने अकेले इस अभियान को बहुत सफल बना दिया । अब शूटिंग के दौरान देखा कि सुनील जागलान के प्रशंसक देश भर में हैं और हम सब जगह शूटिंग कर रहे हैं लेकिन इसकी शुरूवात सुनील जागलान के गॉंव बीबीपुर से शुरू की है ।
गौरतलब है कि सुनील जागलान पिछले 11 वर्षों से गाली बंद घर शुरू किया था जिसका मक़सद है कि महिला संबंधी गालियों पर रोक लगे । आज रोज़मर्रा की ज़िंदगी में महिला संबंधी गाली बहुत आम तौर पर प्रयोग की जाने लगी है ।
सुनील जागलान ने बताया कि आज के समय में प्राइमरी कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चे भी घरों में आम तौर पर गाली वाली भाषा बोलने से प्रभावित हो रहे हैं , इसलिए पहले घर की पाठशाला को सही करना होगा , उसकी भाषा को सही करना होगा । सुनील जागलान ने बताया कि अनजाने में भी महिला संबंधी गाली या महिला संबंधी गाली का चुटकुलों में प्रयोग एक बार कर तो लिया जाता है लेकिन उसके बाद वह शब्दावली में शामिल जाता है इसलिए इसके लिए हमें कोशिश करके महिला संबंधी गालियों का तुरंत त्याग करना पड़ेगा ।
सुनील जागालान द्वारा वर्ष 2014 में भी गालियों को रोकने के लिए अभियान चलाया था लेकिन अब उन्होंने कहा है कि सबसे पहले हमें घर में इस विषय पर सार्थक चर्चा करके शपथ लेनी पड़ेगी की गाली नहीं देंगे और एक दूसरे को गाली देने की आदत से निजात दिलाने के लिए आपस में टोकना शुरू करेंगे । सुनील जागालान द्वारा काफ़ी क्षेत्रों में गाली बंद अभियान चलाया जा रहा है जिसकी तारीफ़ में ब्रिटेन के द गार्जियन ने भी की और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉय बिडेन द्वारा एक पत्रकार को गाली देने पर अन्तर्राष्ट्रीय मैगज़ीन कॉस्मोपॉलेटिन ने लिखा कि भारत के एक गॉंव का सरपंच सुनील जागलान महिला संबंधी गाली को रोकने के प्रयास में अभियान चला रहा है वहीं व्हाइट हाऊस में रहने वाला राष्ट्रपति मॉं की गाली दे रहा है । यह नसीहत के तौर पर लिखा गया तथा इस खबर ने अन्तर्राष्ट्रीय सुर्ख़ियाँ बटोरीं ।

ग़ौरतलब है कि सुनील जागलान पिछले एक दशक से ज़्यादा समय से महिला सशक्तिकरण व ग्रामीण विकास के विषय पर कार्य कर रहे हैं जिसका असर देखने को मिल रहा है तथा देश के प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति के अलाव अन्तर्राष्ट्रीय मानक ऐंजसीयों ने भी सुनील जागालान के अभियान को असरदार बताते हुए तारीफ़ की है ।
सुनील जागलान ने बेटी बचाओ से लेकर सेल्फ़ी विद डॉटर , बेटियों के नाम नेमप्लेट , पीरियड चार्ट , लडकीयों की शादी की उम्र 21 करने लिए अभियान , एक पेड़ लाडो के नाम , सेल्फी अंगेस्ट डॉवरी , विमेन हैप्पीनैस चार्ट , लाडो पंचायत जैसे सैकड़ों अभियान शुरू किए हैं जो देश विदेशों में प्रशंसा पा चुके हैं ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी इनके अभियानों की दस बार तारीफ कर चुके हैं ।
सुनील जागलान ने बताया कि डॉक्यूमेंटरी फिल्म बनने से गाली बंद अभियान को लेकर जागरूकता आऐगी तथा पावेल जी का डॉयरेक्शन बहुत प्रभावशाली है ।