Edited By Manisha rana, Updated: 23 Mar, 2023 01:55 PM

सोशल मीडिया पर मेहनती लोगों के बारे में सुनना और पढ़ना बहुत पसंद किया जाता है। खासतौर पर यूपीएससी परीक्षा क्रैक करने वाले उम्मीदवारों की कहानी...
डेस्क (मनीषा राणा) : सोशल मीडिया पर मेहनती लोगों के बारे में सुनना और पढ़ना बहुत पसंद किया जाता है। खासतौर पर यूपीएससी परीक्षा क्रैक करने वाले उम्मीदवारों की कहानी किसी इंस्पायरिंग फिल्म जैसी लगती है। आइए पढ़िए आईएएस परी बिश्नोई के बारे में।

बिश्नोई समाज की पहली महिला IAS ऑफिसर बनी परी बिश्नोई
बता दें कि परी बिश्नोई राजस्थान के बीकानेर जिले से है। परी के पिता वकील और माता जी पुलिस अधिकारी है जबकि उनके दादा भी सरपंच के पद को संभाल चुके है। वह दो बहनें है। आईएएस परी बिश्नाई बिश्नोई समाज की पहली महिला आईएएस ऑफिसर है। फिलहाल उनकी पोस्टिंग मेघालय में है। उनकी जल्द ही शादी करने जा रही है। उनकी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई से शादी है। भव्य बिश्नोई वर्तमान में हिसार की आदमपुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक है।

UPSC परीक्षा में 30 रैंक किए हासिल
आईएएस परी बिश्नोई ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से ली। वह उच्चतर पढ़ाई के लिए दिल्ली आई और दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज में एडमिशन लिया। पढ़ाई में उनकी शुरू से ही दिलचस्पी रही जिस वजह से उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन भी पूरी की। आईएएस परी बिश्नोई यूपीएससी से पहले नेट-जेआरएफ की परीक्षा भी क्लियर कर ली थी। उनके पास मौका था कि प्रोफेसर की नौकरी कर बच्चों को पढ़ाएं लेकिन उन्होंने और मेहनत की। इसी का परिणाम है कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 30 रैंक हासिल की। परी बिश्नोई ने बताया कि उनका भाई ना होने के चलते लोग उन्हें ताने मारते थे कि लड़का होता तो नाम रोशन करता।
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