Edited By Isha, Updated: 04 Feb, 2020 12:49 PM
भाजपा सरकार जहां तहसीलों में भ्रष्टाचार खत्म करने के दावे करती नहीं थकती, वहीं कैथल तहसील में आज भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण देखने को मिला। तहसील में टोकन के 10 रुपए......
कैथल (सुखविंद्र/अजय) : भाजपा सरकार जहां तहसीलों में भ्रष्टाचार खत्म करने के दावे करती नहीं थकती, वहीं कैथल तहसील में आज भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण देखने को मिला। तहसील में टोकन के 10 रुपए फीस की बजाय लोगों से 50-50 रुपए लिए जा रहे थे। इसकी शिकायत रजिस्ट्री करवाने आए लोगों ने एस.डी.एम. को कर दी और एस.डी.एम. ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी।
जानकारी अनुसार पिछले कुछ दिनों से सर्वर डाऊन होने के कारण पूरे हरियाणा में रजिस्ट्री करने में दिक्कत आ रही थी। लोग हर रोज अपनी जमीन, प्लाट, दुकान व मकान की रजिस्ट्री के लिए सुबह तहसील में आते, लेकिन सर्वर डाऊन होने के चलते पूरा दिन खाली बैठकर वापस चले जाते। सोमवार को लोगों को उम्मीद थी कि आज उनकी रजिस्ट्री होगी लेकिन सोमवार को भी दोपहर 1 बजे तक सर्वर डाऊन होने के कारण रजिस्ट्री नहीं हो पाई। वहीं कुछ आप्रेटर भी कम्प्यूटर से गायब थे।
दोपहर को लोगों के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने मामले की शिकायत उपायुक्त सुजान सिंह को कर दी। उपायुक्त के आदेश पर एस.डी.एम. कमलप्रीत मामले की जांच करने के लिए तहसील कार्यालय पहुंची, जहां तीनों कम्प्यूटर बंद मिले। इसके बाद एस.डी.एम. ने उच्चाधिकारियों से सर्वर के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि यह समस्या पूरे हरियाणा में चल रही है और इसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे भी सर्वर ठीक हो गया और रजिस्ट्री का काम शुरू हो गया। रजिस्ट्री शुरू के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।