Edited By Deepak Kumar, Updated: 23 Jun, 2025 08:06 PM

कैथल में दो दिन पहले कैथल की एसबीआई बैंक की मेन ब्रांच में हुए 1 करोड़ 93 लाख रुपये के फ्रॉड मामले में बैंक ने सभी चार खाताधारकों के पैसे वापस कर दिए हैं।
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : कैथल में दो दिन पहले कैथल की एसबीआई बैंक की मेन ब्रांच में हुए 1 करोड़ 93 लाख रुपये के फ्रॉड मामले में बैंक ने सभी चार खाताधारकों के पैसे वापस कर दिए हैं। हालांकि, इस मामले में जिम्मेदार कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे उपभोक्ताओं में नाराजगी है।
जानकारी के अनुसार, बैंक सर्विस मैनेजर ने चार खाताधारकों के खातों से पैसे किसी अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए थे। जिन खाताधारकों के खाते प्रभावित हुए, उनमें शामिल हैं:
- जगरूप सिंह (तितरम निवासी, रिटायर्ड फौजी) – ₹26 लाख
- सुभाष चंद्र (बालू निवासी, रिटायर्ड पटवारी) – ₹79.23 लाख
- डॉ. अनिल कुमार मित्तल (कैथल निवासी) – ₹64.32 लाख
- नरेंद्र (भैणी माजरा निवासी) – ₹23 लाख
उपभोक्ताओं की तत्परता से बचा पैसा
खातों से पैसे कटने का मैसेज मिलते ही उपभोक्ता तुरंत बैंक पहुंचे और अधिकारियों से बात की। उनकी त्वरित कार्रवाई के कारण बैंक ने आज सभी खातों में पैसे वापस कर दिए। उपभोक्ता इस बात से खुश हैं कि उनका पैसा सुरक्षित वापस मिल गया, लेकिन जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई न होने से नाराज हैं।
बैंक की चुप्पी, कर्मचारियों की मिलीभगत का शक
बैंक द्वारा चुपके साधे जाने पर इस फ्रॉड में बैंक के अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत हो सकती है। बैंक प्रबंधन इस मामले में मीडिया से बात करने से बच रहा है, जिससे संदेह और गहरा हो रहा है। उपभोक्ताओं का सवाल है कि जब उनकी सतर्कता से पैसा वापस मिला, तो बैंक की लापरवाही और जिम्मेदार कर्मचारियों को बचाने की कोशिश क्यों की जा रही है
बैंक पर विश्वास उठने का खतरा
विचारणीय विषय यह है कि ऐसे लापरवाह कर्मचारियों के रहते बैंक पर लोगों का विश्वास कम हो सकता है। इस घटना ने बैंकिंग व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। लोग मांग कर रहे हैं कि इस मामले की गहन जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)