Edited By Manisha rana, Updated: 05 Jul, 2024 03:39 PM
हिंदू धर्म में गाय को माता कहा गया है, लेकिन आज गौमाता सड़कों चौराहों पर भटकती हैं। लोग गाय का दूध पीने के बाद जब वह दूध देना बंद कर देती हैं, तो छोड़ देते हैं। वहीं आज भी कुछ लोग गाय को माता मानकर उसकी सेवा में लगे रहते हैं। ऐसा ही कुछ कर रहे हैं...
गोहाना (सुनील जिंदल) : हिंदू धर्म में गाय को माता कहा गया है, लेकिन आज गौमाता सड़कों चौराहों पर भटकती हैं। लोग गाय का दूध पीने के बाद जब वह दूध देना बंद कर देती हैं, तो छोड़ देते हैं। वहीं आज भी कुछ लोग गाय को माता मानकर उसकी सेवा में लगे रहते हैं। ऐसा ही कुछ कर रहे हैं गोहाना के पिनाना गांव के रहने वाले तीन दोस्त।
जानकारी के मुताबिक घेवर मित्र मंडली पीनाना गांव के तीन दोस्तों ने चार साल पहले खुद से ही घेवर बनाना शुरू कर दिया था, यहीं नहीं फिर गौ सेवा करने की ठानी तो घेवर बेचकर हो रहे मुनाफे को गोवंश की सेवा में दान कर रहे हैं। तीनों दोस्त अभी तक घेवर के मुनाफे के 67 लाख रुपए से ज्यादा का गोवंश की सेवा के लिए दान कर चुके हैं। इसके लिए युवाओं की चारों तरफ तारीफ की जा रही है।
इतना ही नहीं हरियाणा का सबसे बड़ा समोसा भी यहां पांच रुपए में दिया जा रहा है। वह तो लोगों से यही अपील करना चाहते है कि वह यहां ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचे और आप सभी गौ सेवा के लिए दान करें, क्योंकि यहाँ से खरीदे गए घेवर से जो मुनाफा होगा वह सारा का सारा गौ सेवा के दान में दिया जाएगा। वहीं यहां आए लोगों का भी मानना है कि उनका ये एक बहुत अच्छा कदम है, लोगों को शुद्ध देवी घी का घेवर मिल जाता है और इससे होने वाली कमाई से गौ की सेवा भी हो जाती है।
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