Edited By Isha, Updated: 16 May, 2025 11:13 AM

पंजाब व हरियाणा में पानी को लेकर चल रहे टकराव के बीच पंजाब ने एक बार फिर हरियाणा को अतिरिक्त पानी देने से मना कर दिया। 21 मई से शुरू हो रहे नए सर्किल के तहत पानी देने को लेकर वीरवार को बीबीएमबी
चंडीगढ़: पंजाब व हरियाणा में पानी को लेकर चल रहे टकराव के बीच पंजाब ने एक बार फिर हरियाणा को अतिरिक्त पानी देने से मना कर दिया। 21 मई से शुरू हो रहे नए सर्किल के तहत पानी देने को लेकर वीरवार को बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) मुख्यालय में तकनीकी कमेटी की बैठक हुई।
बीबीएमबी चेयरमैन मनोज त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में हरियाणा ने नए सर्किल में तय कोटे से करीब 1400 क्यूसेक बढ़ाकर 10,300 क्यूसेक पानी भाखड़ा से देने की मांग रखी। पंजाब ने हरियाणा की इस मांग का विरोध किया। पंजाब सरकार के सचिव कृष्ण कुमार और चीफ इंजीनियर शेर सिंह ने बीबीएमबी चेयरमैन को हरियाणा द्वारा भेजा गया डिमांड लेटर पेश किया जिसमें पहले 9,525 क्यूसेक पानी की मांग की गई थी।

पंजाब के अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा तय कोटे से बढ़ाकर पानी की मांग नहीं कर सकता। उन्होंने तर्क दिया भाखड़ा मेन लाइन की कुल क्षमता 11,700 क्यूसेक पानी की है। अगर हरियाणा को 10,300 क्यूसेक पानी दे दिया गया तो पंजाब प्यासा रह जाएगा। भाखड़ा मेन लाइन से पंजाब को 3 हजार क्यूसेक पानी मिलता है। अगर हरियाणा को अतिरिक्त पानी दिया गया तो पंजाब को सिर्फ 1600 क्यूसेक पानी ही मिल पाएगा, जोकि सीधे तौर पर पंजाब के हितों की अवहेलना है।
इस दौरान राजस्थान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी देने पर पंजाब का धन्यवाद किया। इस बैठक में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल के चीफ इंजीनियर व अन्य नुमाइंदे शामिल हुए।
विवाद बढ़ता देख चेयरमैन बोले- 21 से पहले लेंगे फैसला
सूत्रों के अनुसार, बैठक में जैसे ही पंजाब-हरियाणा के बीच पानी के बंटवारे लेकर माहौल गरमाने लगा, तभी चेयरमैन मनोज त्रिपाठी ने हस्तक्षेप कर दोनों राज्यों के अफसरों को शांत कराया। त्रिपाठी ने कहा कि वह इस मसले को खुद देखेंगे। चेयरमैन ने हरियाणा के पानी के प्रस्ताव और पंजाब की ओर से पेश किए पत्र को भी ऑन रिकॉर्ड रख लिया है। कहा कि वह इस पर विचार कर दोनों पक्षों की सहमति से 21 मई से पहले फैसला लेंगे।

पंजाब: पहले दिया अतिरिक्त 4 हजार क्यूसेक पानी भी वापस दो
पंजाब के जलस्रोत मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने बताया कि पंजाब ने हरियाणा को पीने के लिए 4 अप्रैल से दिए अतिरिक्त 4 हजार क्यूसेक पानी की मांग रख दी है। पंजाब के अफसरों ने बीबीएमबी चेयरमैन से कहा है कि उसने अपने हिस्से में से हरियाणा को पीने के लिए अतिरिक्त पानी दिया है। 21 मई से शुरू हो रहे नए सर्किल में जब भी पंजाब को पानी की जरूरत होगी, बीबीएमबी हरियाणा के पानी के हिस्से में से यह उपलब्ध कराएगा। जल विवाद पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 20 मई को सुनवाई होगी।

जल संकट के लिए पंजाब की मान सरकार जिम्मेदार : श्रुति चौधरी
हरियाणा की सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि हरियाणा में पानी संकट के लिए पंजाब की मान सरकार जिम्मेदार है। वह लोकतंत्रिक व संविधानिक व्यवस्था का खिलवाड़ कर रहे हैं। आज से बांध से पानी को लेकर कोई विवाद न सरकार अपनी कार्यवाही कर चुकी है।