Edited By Gourav Chouhan, Updated: 11 Aug, 2022 07:53 PM

अगर कोई भी व्यक्ति तिरंगा नहीं लेता है, तो उसकी किसी सेवा को नहीं रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के लिए स्वेच्छा से कोई भी तिरंगा ले सकता है।
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): करनाल में डिपो चालक द्वारा राशन कार्ड धारकों को ज़बरदस्ती तिरंगा बेचने के मामले में विपक्ष के हमले के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी कड़ा संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने सख्त और स्पष्ट आदेश दिए हैं, कि कोई भी तिरंगा लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। अगर कोई भी व्यक्ति तिरंगा नहीं लेता है, तो उसकी किसी सेवा को नहीं रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के लिए स्वेच्छा से कोई भी तिरंगा ले सकता है। मुख्यमंत्री ने इस अभियान को लेकर लोगों को जागरूक करने के निर्देश भी दिए हैं।
करनाल में राशन लेने के लिए तिरंगा खरीदने का मामला आया था सामने
दरअसल करनाल जिले के हेमदा गांव में राशन लेने के लिए पहले 20 रुपए में तिरंगा खरीदने की मांग रखने का मामला सामने आया था। जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक द्वारा डिपो धारक के खिलाफ कार्रवाई भी की जा चुकी है। डिपो धारक की राशन की मासिक सप्लाई को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के साथ ही उसका लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है। डिपोधारक दिनेश कुमार राशनकार्ड धारकों को जबरदस्ती झंडे दे रहा था और विभाग और सरकार को बदनाम कर रहा था।
प्रदेश सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पीडीएस सेंटर पर मिलने वाले तिरंगे केवल जनता की सुविधा के लिए हैं, ताकि उन्हें झंडा लेने के लिए गांव से बाहर न जाना पड़े। इसलिए झंडा लेने के लिए किसी को भी विवश नहीं किया जा सकता।
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