Edited By Shivam, Updated: 15 Oct, 2020 07:01 PM
कोरोना महामारी के चलते काफी अंतराल के बाद रोहतक नगर निगम की हुई बैठक में पार्षद कम्युनिटी सेंटर के नामकरण को लेकर जूतमपैजार पर उतारू हो गए। झगड़ा काफी देर तक चलता रहा, जिसके चलते अन्य पार्षदों को बीच-बचाव करना पड़ा। इस कारण बैठक में अफरा-तफरी का...
रोहतक (दीपक भारद्वाज): कोरोना महामारी के चलते काफी अंतराल के बाद रोहतक नगर निगम की हुई बैठक में पार्षद कम्युनिटी सेंटर के नामकरण को लेकर जूतमपैजार पर उतारू हो गए। झगड़ा काफी देर तक चलता रहा, जिसके चलते अन्य पार्षदों को बीच-बचाव करना पड़ा। इस कारण बैठक में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। पार्षदों के हाउस में किए गए अशोभनीय प्रदर्शन पर मेयर ने खेद जताया है।
हंगामा शांत होने के बाद बैठक में शहर में विकास कार्यों से संबंधित 68 एजेंडे रखे गए, जिसमें अधूरे पड़े विकास कार्य पूरे करवाना, मरम्मत के कार्य, मूलभूत सुविधाओं से संबंधित नए कार्य करवाना शामिल थे। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि निगम के सभी वार्ड में प्राथमिकता के आधार पर प्रत्येक वार्ड में 16 लाख के कार्य करवाए जाएंगे। मेयर ने माना कि निगम में पैसे की भारी किल्लत के चलते निगम क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
रोहतक नगर निगम की बैठक में आज उस समय हंगामा मच गया जब वार्ड नंबर 9 और वार्ड नंबर 7 के पार्षदों में वार्ड नंबर 9 में एक निजी कंपनी द्वारा बनाए गए कम्युनिटी सेंटर का नाम दक्ष प्रजापति के नाम रखने को लेकर तीखी बहस हो गई । बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों पार्षद मारपीट की नौबत तक पहुंच गए, जिससे हाउस की बैठक में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। दूसरे पार्षदों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत करना पड़ा। झगड़े के बाद वार्ड नंबर 9 के पार्षद जय भगवान ने कहा कि हाउस में जो झगड़ा हुआ था वहीं खत्म हो गया।
निगम के मेयर मनमोहन गोयल ने हाउस की बैठक में हुए पार्षदों को के झगड़े को हाउस की गरिमा को ठेस बताते हुए कहा कि उन्हें खेद है की हाउस की बैठक में पार्षदों ने जो संयम खोया है वह अशोभनीय था, ऐसा नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा पूरे हाउस की बैठक में शहर में विकास कार्यों को लेकर 68 एजेंडों पर विचार किया गया है। अभी निगम में पैसे की तंगी है इसलिए फैसला लिया गया है कि प्रत्येक वार्ड में जरूरी कामों के लिए प्राथमिक तौर पर 16 लाख रुपए खर्च किया जाएगा।