Edited By Isha, Updated: 30 Nov, 2020 03:41 PM
हरियाणा में 3 नगर परिषदों व नगर निगमो अंबाला, पंचकूूला, सोनीपत केे नगर निगम चुनाव के साथ रेवाड़ी के मुंसिपल काउंसिल और 4-5 मुंसिपल कमेटियों के चुनाव 27 दिसम्बर को हो सकते है? यह चर्चा आजकल जोर पकड़ रही है। आधिकारिक रूप से चुनावों की डेट अभी घोषित...
चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा में 3 नगर परिषदों व नगर निगमो अंबाला, पंचकूूला, सोनीपत केे नगर निगम चुनाव के साथ रेवाड़ी के मुंसिपल काउंसिल और 4-5 मुंसिपल कमेटियों के चुनाव 27 दिसम्बर को हो सकते है? यह चर्चा आजकल जोर पकड़ रही है। आधिकारिक रूप से चुनावों की डेट अभी घोषित नही की गई है। चर्चायोँ के अनुसार हरियाणा इलेक्शन कमीशन को इस प्रोसेस के लिए 25 दिन का समय अधिसूचना जारी करने के बाद प्रत्यशियों को देना अनिवार्य है।चुनाव में मतदाता सूची 1-1-2020 की ही ली जाएगी। अगर चुनाव दिसंबर के बाद हुए तो मतदाता सूची 1 जनवरी 2021 की ली जाएगी।जिसके लिए हरियाणा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ,चुनाव आयोग से पुनः सूची जारी करने के लिए कुछ समय लग सकता है और चुनाव होने में देरी हो सकती है।संभवतः यह देरी हरियाणा इलेक्शन कमीशन नही करना चाहेगा। जो पंचायतों के चुनाव पिछली बार जनवरी-फरवरी 2016 में हुए। उनकी मियाद 24 फरवरी 2021 को पूरी हो जाएगी। इलेक्शन कमीशन हरियाणा की कोशिश है कि इन्हें जनवरी-फरवरी में करवाने की रहेगी। ताकि संविधान का उल्लंघन ना हो। 5 साल पूरे होने से पहले उनके चुनाव करवा लिया जाए।
मतदाताओं में इस बात को लेकर असमंजस रहता है। पहले दो तरह के लिस्ट होती की एक इलेक्शन ऑफ इंडिया की 1 जनवरी की लिस्ट और एक हमारी। जिससे कई बार दोनों लिस्टों में अंतर भी आ जाता था। जिस कारण काफी परेशानी होती थी। पिछले साल हरियाणा सरकार ने एक्ट में प्रावधान किया कि सूचि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने जो विधानसभा के लिए बनाई है, वहीं सूची स्टेट कमिशन के लिए भी मान्य होगी। उसमें हम न तो कोई नाम जोड़ेंगे और ना ही काटेंगे। अगर किसी मतदाता का नाम लिस्ट में नहीं है। तो वह तुरंत अपने उपायुक्त से संपर्क करें। अगर नॉमिनेशन के पहले दिन तक भी कोई व्यक्ति आता है। तो हम उसेे वोट डालने का अधिकार भी देंगे और अगर वह चुनाव लड़ना चाहेग। तो उसे उसका भी अधिकार देंगे।
इस बार चुनाव ई.वी.एम. से ही होंगे। लेकिन इस बार M2 मॉडल की इंप्रूव वर्जन की मशीनें होंगी। हम ई.वी.एम. इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया से उधार लेते हैं। जो कि हमने ले ली हैं। जहां तक कोरोना की बात है, इसके लिए हमें कई नई चीजें करनी पड़ रही हैं। जिससेे हमारा खर्च काफी बढ़़ गया है। क्योंकि हर बूथ पर हमें मास्क, सैनिटाइजर, पी.पी.टी. किट भी देनी पड़ रही है। मेडिकल टीमों का भी इंतजाम करना पड़ रहा है और मतदान केंद्र भी दोगुने हो गए हैं। पहले मतदान केंद्र पर 1500 के करीब लोग वोट डाल सकते थे। जो कि ज्यादा गैदरिंग में हो इसके लिए अब 1000 ही डाल पाएंगे। जो कोरोना पीड़ित वोट डालने आएगा। उसकी भी व्यवस्था की गई है। उसके लिए कुछ अलग प्रोटोकॉल हैं। इतनी दूविधाओं के बाद भी हमारी कोशिश रहेगी कि कोई मतदाता वोट दिए बगैर ना रहे। किसी को कोई दिक्कत ना हो।हर मतदाता को एक दस्ताना दिया जाएगा, जो भी आएगा वह दस्ताना पहनकर वोट देगा। उसे पहनकर ही ई.वी.एम. का बटन दबा पाएगा। जिस कारण से संक्रमण फैलने की संभावना ही नहीं रहेगी।