Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 04 Sep, 2023 04:37 PM
![mla aftab ahmed came to the defense of maman khan](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2023_9image_16_22_032044067mnv-ll.jpg)
सोमवार को नूंह विधायक और सीएलपी उप नेता आफताब अहमद की अगुवाई में नूंह के विधायकों ने जिला कांग्रेस कार्यालय पर एक पत्रकार वार्ता आयोजित की। तावडू से पूर्व विधायक शहिदा खान, पुनहाना विधायक मोहम्मद इलियास,पीसीसी सदस्य महताब अहमद सहित कई कांग्रेस...
नूंह(अनिल मोहनिया): सोमवार को नूंह विधायक और सीएलपी उप नेता आफताब अहमद की अगुवाई में नूंह के विधायकों ने जिला कांग्रेस कार्यालय पर एक पत्रकार वार्ता आयोजित की। तावडू से पूर्व विधायक शहिदा खान, पुनहाना विधायक मोहम्मद इलियास,पीसीसी सदस्य महताब अहमद सहित कई कांग्रेस वरिष्ट नेता मौजूद रहे। इस मौके पर सभी विधायकों ने मामन खान को निर्दोष बताया। साथ ही कहा कि पुलिस दोषियों को छोड़कर निर्दोष लोगों को पकड़कर लाखों की उगाही कर रही है।वहीं भाजपा सरकार को फेल बताया और 31 जुलाई वे उसके बाद नूंह व उसके आसपास के जिलों में हुई हिंसा की हाईकोर्ट के स्टिंग जज या आईपीएस अधिकारी के अगुवाई में एसआईटी गठित कर उससे जांच कराने की मांग रखी।
'दोनों समुदायों के माहौल के बारे में प्रशासन को कराया गया अवगत'
नूंह विधायक और सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने कहा की नूंह हिंसा के लिए पहले ही माहौल तैयार किया जा रहा था। नासिर और जुनैद की हत्या के तार हरियाणा से जुड़े होने के चलते लोगों में पहले ही नाराजगी थी। सोशल मीडिया पर चल रहे दोनों तरफ के माहौल के बारे में नूंह जिला के तीनों विधायकों ने जिला प्रशासन से मिलकर अवगत करा दिया गया था। इसके बावजूद भी प्रशासन ने नहीं चिंता की। यहां तक घटना के दिन जिला के एसपी और डीसी के छुट्टी पर चला जाना एक साजिश लगती हैं। नूंह हिंसा के मामले में नाजायज लोगों को फंसाया जा रहा है और दोषियों को छोड़ा जा रहा है। इसमें पैसों का लेनदेन भी चल रहा है। जिला पुलिस जांच करने की बजाए भाजपा नेताओं द्वारा अधिकारियों को दी सूची के आधार पर नाजायज लोगों को गिरफ्तार कर रही हे।
'बिना किसी नोटिस के गरीब और बेसहारा लोगों के मकान तोड़े गए'
नूंह के बाद पलवल, होडल ,गुरुग्राम, सोहना सहित कई जगह घटना हुई, इसमें भी सरकार और प्रशासन गिरफ्तारी में भेदभाव कर रहा है। भाजपा के केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने भी नूंह यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा था की किसी धार्मिक यात्रा में हथियार लेकर नही जाया जाता है। बिना किसी नोटिस के गरीब और बेसहारा लोगो के मकान तोड़ दिए गए हैं। नूंह घटना होने की सरकार के पास पहले ही सीआईडी की इनपुट थी। उसके बावजूद भी सरकार और प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए। नूंह की घटना से सरकार का फेलियर साफ नजर आता है। क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री के कहते है कि सभी को सुरक्षा नहीं दी जा सकती है। जबकि गृह मंत्री कहते है की नूंह हिंसा का उन्हें दोपहर 3:00 बजे ही पता चला। कांग्रेस नेताओं ने नूंह हिंसा और उसके बाद फेल रही हिंसा की हाईकोर्ट के स्टिंग जज से या फिर आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर जांच कराई जाए।
वहीं सभी कांग्रेस नेताओं ने कहा की जिले के सभी कांग्रेस नेता और कांग्रेस पार्टी विधायक मामन खान के साथ खड़े है। आफताब अहमद का कहना है कि पुलिस ने विधायक मामन खान को नगीना थाने में दर्ज मुकदमा नंबर 149 में नोटिस भेजा गया है। क्योंकि मुकदमा में मामन का नाम नहीं है। सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए कांग्रेस विधायकों पर डालना चाहती है।
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