Edited By Gourav Chouhan, Updated: 24 Sep, 2022 08:37 PM
बैठक के बाद कृषि मंत्री ने कहा कि आढ़ती चाहते हैं कि फसल खरीद की पुरानी प्रक्रिया को लागू किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। वहीं बैठक के बाद आढ़ती एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी सरकार के खिलाफ सख्त रुख जाहिर किया।
दिल्ली(कमल कंसल): ई-ट्रेडिंग समेत कई मांगों को लेकर पिछले 5 दिन से हड़ताल कर रहे प्रदेश के आढ़तियों के साथ कृषि मंत्री की बैठक बेनतीजा रही। दिल्ली में कई घंटे चली इस बैठक में आढ़ती एसोसिएशन की मांगो के लेकर सहमति नहीं बन पाई। बैठक के बाद कृषि मंत्री ने कहा कि आढ़ती चाहते हैं कि फसल खरीद की पुरानी प्रक्रिया को लागू किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। वहीं बैठक के बाद आढ़ती एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी सरकार के खिलाफ सख्त रुख जाहिर किया। उन्होंने कहा कि सरकार आढ़तियों की मांगों को लेकर कोई काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि आढ़तियों के बिना सरकार धान की खरीद नहीं कर सकती।
आढ़तियों ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, दलाल बोले- इस समय हड़ताल करना उचित नहीं
दिल्ली में कई घंटे चली बैठक के बाद आढ़ती जब बाहर आए तो सरकार पर जमकर बरसे। आढ़तियों ने कहा कि सरकार ने हमारी आढ़त कम कर दी है। इसी के साथ ऑनलाइन खरीद के लिए पोर्टल जारी किया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हमें बार-बार बैठक में बुलाया जा रहा है, लेकिन सरकार आढ़तियो की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सरकार पर आढ़तियों और किसानों के बीच मतभेद पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ई-पोर्टल के जरिए कर्षि कानून बिल लागू करना चाहती है। वहीं कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि आढ़तियों के साथ कई घंटे तक बातचीत चली है। उन्होंने कहा कि आढ़तियों ने आढ़त बढ़ाने के साथ ही बैठक में कई मांगें सामने रखी। आढ़ती किसी भी मांग को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। जेपी दलाल ने कहा कि आढ़तियों द्वारा इस समय में हड़ताल करना कतई उचित नहीं है। आढ़ती एसोसिएशन चाहती है कि पुरानी व्यवस्था को फिर से लागू कर दिया जाए, लेकिन ऐसा नहीं होगा।
ई-ट्रेडिंग प्रणाली प्रणाली समेत 19 सितंबर से जारी है आढ़तियों की हड़ताल
ई-ट्रेडिंग प्रणाली और बढ़ाई गई मार्केट फीस समेत कई मांगों को लेकर प्रदेशभर में आढ़तियों की हड़ताल पिछले कई दिन से जारी है। शुक्रवार को हड़ताल के पांचवे दिन आढ़ती एसोसिएशन के 7 सदस्य करनाल की अनाज मंडी में आमरण अनशन पर बैठ गए। आढ़तियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वे आमरण अनशन से नहीं उठेगें। आमरण अनशन पर बैठे आढ़ती एसोसिएशन स्टेट के कोषाध्यक्ष बिट्टू कालड़ा ने कहा कि आढ़तियों की विभिन्न मांगों को लेकर वह अनशन पर बैठे हैं। सरकार ने हरियाणा में मार्किट फीस बढ़ा दी है, जबकि चार राज्यों में फीस कम है। इस कारण उनकी मंडियों का माल अन्य राज्यों में जाता है, जिससे सरकार का भी नुकसान होता है।
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