Edited By Isha, Updated: 28 Dec, 2024 01:28 PM
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह ने हिसार को पहला और अब तक का एकमात्र थर्मल पावर प्लांट दिया था। अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान उन्होंने यहां हरियाणा को सेटेलाइट आधारित शिक्षा प्रोजेक्ट ‘एजुसेट’ भी सौंपा था।
हिसार: पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह ने हिसार को पहला और अब तक का एकमात्र थर्मल पावर प्लांट दिया था। अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान उन्होंने यहां हरियाणा को सेटेलाइट आधारित शिक्षा प्रोजेक्ट ‘एजुसेट’ भी सौंपा था। इस प्लांट के कारण आज प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा रोशन हो रहा है।
डॉ. मनमोहन सिंह जब देश के प्रधानमंत्री थे, तो प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा थे। उनके कार्यकाल के दौरान, 19 मई 2007 को डॉ. मनमोहन सिंह ने हिसार के खेदड़ गांव में 1200 मेगावाट के राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट की नींव रखी थी।
हरियाणा पावर जनरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीजीसीएल) के अंतर्गत संचालित इस प्लांट के निर्माण में 4297 करोड़ रुपये की लागत आई, जो तीन करोड़ 19 लाख रुपये प्रति मेगावाट थी। यह भारत में उस समय का सबसे कम कीमत पर बना थर्मल पावर प्लांट था। इसमें दो यूनिट हैं, और प्रत्येक यूनिट में 600-600 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है।इसी कार्यक्रम के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह ने सेटेलाइट आधारित शिक्षा कार्यक्रम ‘एजुसेट’ को भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को सौंपा था। उन्होंने यहां एक रैली को भी संबोधित किया था।
भूतपूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का हिसार के जिंदल परिवार से गहरा और अटूट रिश्ता था। वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में डॉ. मनमोहन सिंह ओपी जिंदल के समर्थन में हिसार के राजकीय कॉलेज मैदान में एक चुनावी रैली को संबोधित करने आए थे। इस चुनाव में ओपी जिंदल ने जीत दर्ज की और प्रदेश सरकार में मंत्री बने थे। जब ओपी जिंदल का 31 मार्च 2005 को निधन हो गया था। डॉ. मनमोहन सिंह ने 7 अगस्त 2005 को उनकी जीवनी पर लिखी पुस्तक का विमोचन किया था।