Edited By Manisha rana, Updated: 07 May, 2024 09:40 AM
परशुराम जयंती पर करनाल के अंदर आयोजित जनसभा भले ही कार्तिकेय शर्मा को राजनीतिक माइलेज दे जाए मगर हरियाणा की राजनीति में इसके साथ-साथ कार्तिकेय शर्मा को ब्राह्मण राजनीति में स्थापित करने में क्या स्थापित होगी या तो भविष्य के गर्भ में स्थापित है।
चंडीगढ़ (धरणी) : परशुराम जयंती पर करनाल के अंदर आयोजित जनसभा भले ही कार्तिकेय शर्मा को राजनीतिक माइलेज दे जाए मगर हरियाणा की राजनीति में इसके साथ-साथ कार्तिकेय शर्मा को ब्राह्मण राजनीति में स्थापित करने में क्या स्थापित होगी या तो भविष्य के गर्भ में स्थापित है।
करनाल में रविवार को भगवान परशुराम जयंती समारोह का आयोजन किया गया जिसके अध्यक्षता पूर्व मंत्री विनोद शर्मा ने की इसके अलावा करनाल लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल खट्टर ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम किसी एक बिरादरी के नहीं, बल्कि 36 बिरादरी के हैं। इसलिए उनके वंशजों की जिम्मेदारी बनती है कि वे भगवान परशुराम शिक्षाएं और दीक्षाओं को समाज में फैलाने का काम करें। ताकि आने वाली पीढ़ियां उनसे सीख लेकर बेहतर भविष्य का निर्माण करें।
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम ने अपने सारे जीवन में अन्याय की लड़ाई लड़ी है। इसलिए हर युग में उनका वर्णन होता है। राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने समाज के युवाओं से अपील की है कि वे छोट-छोटी बातों पर उत्तेजित न हो। भगवान परशुराम शस्त्रों के साथ शास्त्र की भी बात करते थे। जब तक युवाओं को शास्त्रों का ज्ञान ना हो तब तक शस्त्रों की बात नहीं करनी चाहिए। कार्तिकेय शर्माने कहा कि उनके पिता विनोद शर्मा ने जो लड़ाई समाज के लिए लड़ी इसका फायदा कई वर्गों को हुआ है। धोलीदार जमीन का मसाला सुलझाया, नौकरियों में इंटरव्यू प्रथा खत्म करवाने में अहम योगदान दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तारीफ करते हुए कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि उन्होंने समाज की जो भी तेहरा मांगे पूर्व मुख्यमंत्री के सामने रखी। उन्हें तुरंत पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तुरंत मान लिया था। हरियाणा मैं साफ और स्वच्छ छवि की सरकार चलाई, जिसमें पर्ची और खर्ची की कोई जगह नहीं थी। पर्ची और खर्ची खत्म होने से युवाओं को टैलेंट के आधार पर नौकरियां मिली।
राम मंदिर निर्माण को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि वे बचपन से सुन रहे थे कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा, लेकिन कब होगा, इसका पता नहीं था। लेकिन जब अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई तो उन्हें भी जाने का मौका मिला। इसके बाद संसद सत्र के दौरान जब राष्ट्रपति के अभिभाषण में राम मंदिर का जिक्र हुआ तो विपक्ष ने उसके ऊपर ऐतराज किया। जिस पर उन्होंने कहा कि वह हरियाणा से आते हैं, जहां वे सब कुछ भगवान राम के नाम पर ही करते हैं। राम मंदिर देश के 140 करोड़ की जनसंख्या का अभिमान है। लेकिन कांग्रेस इसकी बजाय तुष्टिकरण की नीति अपना रही है।उन्होंने कहा कि आज देश में वह मौका आ गया है, जब जनता तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की बागडोर सौंपेगी।वही हरियाणा युवा ब्राह्मण समाज के प्रदेशअध्यक्ष एडवोकेट अशोक शर्मा ने कहा कि आज हरियाणा का ब्राह्मण समाज कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में चलने को पूरी तरीके से तैयार है। कार्तिकेय शर्मा के ऊपर अब ब्राह्मण समाज की तरक्की की भी जिम्मेदारी में आ गई है।
एडवोकेट अशोक शर्मा ने कहा कि जल्द ही वे ब्राह्मण समाज के भलाई के लिए कुछ कदम उठाने वाले हैं। सबसे पहले आर्थिक रूप से कमजोर समाज के परिवारों के उत्थान के लिए काम किया जाएगा। इसके बाद ब्राह्मण समाज के बच्चों की शादियों के लिए एक पोर्टल भी बनाया जाएगा।घरौंडा की भाजपा विधायक हरविंदर कल्याण ने इस अवसर पर विशेष बातचीत में कहा कि प्रेरणा के इतिहास में एक नया पन्ना जुड़ने जा रहा है। मनोहर लाल करनाल लोकसभा से भारी बहुमत से जीत का रिकॉर्ड दर्ज करने जा रहे हैं।