Edited By vinod kumar, Updated: 23 Jan, 2021 04:27 PM
तीन कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण चौधरी ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कृषि कानूनों के नाम पर किसानों को खुशहाली के सपने दिखा रही है, लेकिन देश का किसान इन कानूनों को रद्द करवाकर...
चरखी दादरी (नरेंद्र): तीन कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण चौधरी ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कृषि कानूनों के नाम पर किसानों को खुशहाली के सपने दिखा रही है, लेकिन देश का किसान इन कानूनों को रद्द करवाकर ही दम लेगा। किसान अब इनके बहकावे में नहीं आएंगे। ये बात किरण चौधरी ने बाढड़ा हल्के के गांव कारी के हिंदोखला धाम पर महाराज राकेश गिरी की अध्यक्षता में आयोजित धरने को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था किसान व कृषि पर टिकी है, लेकिन पहली बार देखने को मिल रहा है किसान को कमजोर कर पूंजीपतियों को ज्यादा शक्तिशाली बनाया जा रहा है। किसानों की बजाए व्यापारी भंडारण करेंगे तथा कमी होने पर मनमाना भाव वसूल पाएंगे।
किरण चौधरी ने कहा कि भाजपाई एसवाईएल का राग अलाप रहे हैं। आज एसवाईएल के नाम पर जनता को बरगलाने में जुटी भाजपा जनता को बताए कि इस मुद्दे पर आज तक पीएम तक ने मिलने नहीं बुलाया और न ही विधानसभा में इस पर पिछले छह वर्ष से कभी चर्चा हुई। अपनी बुरी हालत देखकर ये एसवाईएल का बखान कर रहे हैं, सिर्फ एसवाईएल पर राजनीति होती है।
अब देश का किसान जाग चुका है, इसलिए किसान विरोधी नीतियों को किसी सूरत में स्वीकार नहीं करेगा। वह तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द करवाकर ही दम लेगा। उन्होंने कहा कि किसानों की 26 जनवरी की दिल्ली ट्रैक्टर परेड की घोषणा से सरकार घबरा गई है। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस का पर्व किसान शांतिपूर्वक मनाएंगे। किसान और सरकार के बीच गणतंत्र दिवस पर टकराव की स्थिति के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा सरहद पर किसानों के बेटे रक्षा करते हैं और गांधी ने भी शांतिपूर्वक आंदोलन कर अंग्रेजों को भगाया था। यह आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा है आने वाले समय में किसान इस सरकार को चलता करने का काम करेंगे।