Edited By Yakeen Kumar, Updated: 07 Jan, 2025 09:52 PM
हरियाणा में शादियों को टूटने से बचाने के लिए महिला आयोग प्रदेश में केरल मैरिज मॉडल लागू करने की सिफारिश सरकार से करेगा। राष्ट्रीय महिला आयोग की बैठक में केरल महिला आयोग ने इस मैरिज मॉडल को रखा था।
चंड़ीगढ़ : हरियाणा में शादियों को टूटने से बचाने के लिए महिला आयोग प्रदेश में केरल मैरिज मॉडल लागू करने की सिफारिश सरकार से करेगा। राष्ट्रीय महिला आयोग की बैठक में केरल महिला आयोग ने इस मैरिज मॉडल को रखा था।
इस मॉडल का उद्देश्य वैवाहिक विवादों को कम करना और मजबूत पारिवारिक संबंधों को बढ़ावा देना है। हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा कि इससे दंपति एक-दूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ सकेंगे और शादीशुदा जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना नहीं करेंगे।
महिला आयोग की अध्यक्ष रेणू भाटिया ने बताया कि कई बार दंपति या उनके परिवारों के बीच कुछ अनकहे तथ्यों के सामने आने पर परिवार टूट जाते हैं। आयोग में आने वाली कई शिकायतें परिवार और वैवाहिक गतिशीलता के संबंध में पति-पत्नी के बीच आपसी समझ की कमी की ओर इशारा करती हैं। उन्होंने बताया कि केरल में विवाह पंजीकरण से पहले विवाह पूर्व परामर्श अनिवार्य है। इसके तहत केरल महिला आयोग की ओर से विवाह से पहले युवक-युवती की पांच से सात दिन तक काउंसलिंग की जाती है।
भाटिया ने कहा कि कई दंपति एक-दूसरे को जाने-समझे बिना ही शादी कर लेते हैं। कई अपनी कमियों को छिपा लेते हैं। ये कमियां शादी के बाद सामने आती हैं या उनकी इच्छाएं सामने आती हैं, तो ये विवाद का कारण बनती हैं।
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