Edited By Manisha rana, Updated: 11 Dec, 2021 01:03 PM

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के घाटों पर देश की लोक संस्कृति का महाकुंभ देखने को मिला। इस लोक संस्कृति के महाकुंभ में उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, असम, गुजरात...
कुरुक्षेत्र : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के घाटों पर देश की लोक संस्कृति का महाकुंभ देखने को मिला। इस लोक संस्कृति के महाकुंभ में उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, असम, गुजरात, सिक्किम, झारखंड, मणिपुर, बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, पंजाब के कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश के लोक नृत्य की प्रस्तुति देकर समा बांध दिया। इन कलाकारों को उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला क्षेत्र पटियाल की तरफ से आमंत्रित किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्स 2021 में सरस और शिल्प मेले में शिल्प कलाओं के साथ-साथ देश की लोक संस्कृति को देखने का एक बार फिर सुनहरी अवसर पर्यटकों को मिला है। शिल्प और सरस मेले के साथ-साथ लोक संस्कृति का आनन्द लेने के लिए ब्रह्मïसरोवर के पावन तट पर देश के कोने-कोने से पर्यटक पंहुच रहे हैं। इस वर्ष उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र की तरफ से करीब 15 राज्यों के 400 कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। इनमे से पांच राज्यों के कलाकार दो से 19 दिस बर तक अपनी प्रस्तुति देंगे। एन.जैड.सी.सी. के अधिकारी कमलेश शर्मा का कहना है कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में बेहतरीन कलाकारों को आमंत्रित किया गया है और यह कलाकार लगातार अपने-अपने प्रदेश की प्रस्तुति देकर पर्यटकों का मनोरंजन कर रहे है।
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