Edited By Manisha rana, Updated: 28 Dec, 2024 12:50 PM
हरियाणा के चरखी दादरी के गांव गुडाना में कोई कब्रिस्तान नहीं है, यहां लोग घरों में ही शव दफना देते हैं।
चरखी दादरी : हरियाणा के चरखी दादरी के गांव गुडाना में कोई कब्रिस्तान नहीं है, यहां लोग घरों में ही शव दफना देते हैं क्योंकि जमीन नहीं होने के कारण पीड़ित परिजनों को घर के परिसर में ही शव दफनाने पड़ते हैं। कई सालों से कब्रिस्तान की जमीन नहीं होने के लिए ग्रामीण अधिकारी से लेकर मंत्री तक से मिल चुके हैं। इसके बाद भी आश्वासन के अलावा कोई समाधान नहीं मिला है। अब मुस्लिम समाज के लोगों ने परिवार में किसी का निधन होने पर अधिकारियों के द्वार पर शव रखकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।
घरों में आने को लेकर डरते हैं आस-पास के लोग
दरअसल झोझू कलां ब्लाक के गांव गुडाना में मुस्लिम समाज के करीब 50 परिवार रह रहे हैं। मुस्लिम समाज का कब्रिस्तान नहीं होने के कारण बस्ती में उनके घर परिसर में ही शवों का दफनाया जा रहा है। बस्ती में कब्रों के बीच रहना इन लोगों के लिए आम बात हो गई है। यहां के लोगों का कहना है कि पंचायत के पास कब्रिस्तान के लिए जगह नहीं है और श्मशान घाट भी दूसरे गांव की जमीन पर है। ऐसे में वे अपने घर परिसर में ही शवों को दफनाने पर मजबूर हैं। ऐसे में जहां उनको घर में खाना खाते समय भी डर लगता है. वहीं आसपास के लोग भी उनके घरों में आने से डरने लगे हैं।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)