Edited By Yakeen Kumar, Updated: 26 Nov, 2024 04:57 PM
एसोसिएशन की ओर से प्रदेश के दो पत्रकारों, जिनमें पलवल के पत्रकार उदयचंद माथुर को 50 हजार रुपए और सिरसा के पत्रकार राजकमल भाटिया को 21 हजार रुपए की आर्थिक मदद..
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : किसी भी प्रकार की आपदा और संकट के समय में पत्रकारों के साथ खड़ी रहने वाली संस्था मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजिस्टर्ड) की ओर से एक बार फिर से कल्याणकारी उदाहरण पेश किया गया है। एसोसिएशन की ओर से प्रदेश के दो पत्रकारों, जिनमें पलवल के पत्रकार उदयचंद माथुर को 50 हजार रुपए और सिरसा के पत्रकार राजकमल भाटिया को 21 हजार रुपए की आर्थिक मदद हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण के करकमलों द्वारा दिलाई गई।
इसके अलावा भिवानी के पत्रकार मनोज मलिक की भी आर्थिक मदद करने बारे एसोसिएशन की ओर से विचार किया जा रहा है, जिनकी पत्नी पिछले दिनों अस्पताल में उपचाराधीन रही है। इस दौरान हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन अपने नाम के अनरूप पत्रकारों की वेलबिंग करने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक तथा समाज संगठन के कार्यों में मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की अहम भूमिका नजर आ रही है।
इस मौके पर मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के उत्तरी भारत के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी, उत्तरी भारत के कोषाध्यक्ष तरुण कपूर, हरियाणा के उपाध्यक्ष पवन चोपड़ा, कार्यकारी सदस्य संजय सिंह व जितेंद्र हंस इत्यादी मौजूद थे। इस मौके पर एमडब्ल्यूबी द्वारा मनीष कुमार और मेवा सिंह को हरियाणा प्रदेश की कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई। इस मौके पर जिला पलवल के अध्यक्ष गुरुदत्त गर्ग, उदयचंद माथुर, हथीन के पत्रकार गंगाराम, थानेसर शर्मा और नसीर मौजूद थे।
पत्रकारों के लिए महत्वपूर्ण पहल
हरविंद्र कल्याण ने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की यह महत्वपूर्ण पहल निसंदेह पत्रकारों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। मीडिया की गुणवत्ता बनाए रखने में मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आ रही है। कल्याण ने कहा कि जब भी देश पर कोई विपत्ति आई या फिर लोकतंत्र की आवाज को दबाने की कोशिश की गई तो मीडिया ने हमेशा उसका डटकर विरोध किया। इमरजेंसी के समय को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय नेताओं और अनेक पत्रकारों को जेल में डाला गया। इमरजेंसी घोषित होते ही देश में सेंसरशीप लगा दी गई। अगले दिन समाचार पत्रों में केवल एक लाइन सेंसर लिखा हुआ आया था औऱ बाकी का पूरा अखबार खाली था।
उन्होनें कहा कि उन दिनों में समाचार पत्रों में कुछ भी नहीं छपता था। कभी तीसरे या चौथे पेज पर कोई छोटी की किसी घटना की खबर छपी हुई मिलती थी, लेकिन उस समय भी अनेक पत्रकारों को यातनाएं भी दी गई। परंतु इस पर भी समाचार पत्रों और पत्रकारों की ओर से साहस दिखाकर पत्रकारिता को जीवित रखने का काम किया गया। अखबारों पर भी सरकार का दमन चक्र चला, लेकिन उन्होंने निर्भिक होकर निष्पक्षता के साथ उन हालातों का सामना किया। देश से इमरजेंसी खत्म करवाने का श्रेय भी पत्रकार साथियों को ही है। लोकतंत्र को बहाल करवाने में पत्रकारों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
मीडिया संगठनों का महत्वपूर्ण और प्रभावशाली स्थान
हरविंद्र कल्याण ने कहा कि देश पर जब भी कोई मुसीबत आई या किसी देश का हमला हुआ तो देश वासियों का हौसला बढ़ाने के लिए मीडिया ने बड़ी भूमिका निभाई। स्वतंत्र रूप से लोगों तक जानकारी पहुंचाने के साथ लोगों की राय और दृष्टिकोण बनाने में भी मीडिया का बहुत बड़ी भूमिका निभाई। हमेशा जनता तक स्वतंत्र और निष्पक्ष रुप सले सही जानकारी पहुंचाई। कल्याण ने कहा कि किसी भी मामले में लोगों की राय औऱ दृष्टिकोण बनाने में मीडिया का बहुत बड़ा योगदान रहता है। मीडिया समाज में अनेक मुद्दों में उनका दृष्टिकोण बनाने में बहुत सहयोग करते हैं। इसके साथ ही युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में अनेक प्रकार के लेख पढ़ने को मिलते है, जिससे युवाओं में देश के प्रति कर्तव्य, देश के प्रति सोच और राष्ट्र प्रेम की भावना भी जागृत होती है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया समाज में फलाई जाने वाली गलत फहमियों को भी सही दिशा दिखाने का प्रयास करने के साथ उस पर नजर भी रखते हैं। इसलिए मीडिया संगठन समाज में एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली स्थान रखते हैं।
नाम से ही लक्ष्य और दृष्टिकोण चलता है पता
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के नाम से ही उनके दृष्टिकोण और लक्ष्य का पता लगता है। इसका गठन पत्रकारों की सेवा, सहायता और सुख-दुख में शामिल होने के लिए किया गया है। अब तो हरियाणा ही नहीं, बल्कि पंजाब, हिमाचल और दिल्ली को भी साथ में जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। कल्याण ने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन सभी पत्रकारों को संगठित करके उनके कल्याण के लिए हमेशा तैयार रहती है। इस प्रकार के कार्यक्रम और पत्रकारों के संगठित होने की बहुत जरूरत है।
नाम के अनुसार कार्य कर रही एमडब्ल्यूबी
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन अपने नाम के अनुसार ही काम कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी मुसीबत के समय में पत्रकार साथी की अपने स्तर पर आर्थिक मदद करना खुद में बहुत बड़ी बात है। उन्होंने एसोसिएशन की ओर से किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए उम्मीद जताई की वह भविष्य में भी इसी प्रकार से पत्रकारों को एकजुट कर मुसीबत के समय में उनकी सहायता करते रहेंगे।
इसलिए हुआ था एमडब्ल्यूबी का गठन
मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने बताया कि जब पूरी दुनिया कोरोना के बुरे दौर से गुजर रही थी, उस समय पत्रकार जगत भी इससे अछूता नहीं था। समाज की सेवा करने के दौरान मीडिया बंधु व उनके परिवार भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए। गंभीर रूप से संक्रमित कुछ पत्रकारों का जीवन भी इस दौरान समाप्त हुआ। अस्पतालों में पर्याप्त इलाज की उपलब्धता ना होने के कारण आर्थिक रूप से असंपन्न पत्रकारों ने इस बुरे दंश को ज्यादा झेला। उन परिस्थितियों को देखने व अध्ययन करने के बाद कुछ वरिष्ठ पत्रकारों ने मोबाइल पर विस्तृत चर्चा के बाद एक ऐसे पत्रकार संगठन के निर्माण पर फैसला लिया जो वास्तव में पत्रकारों के लिए वेलाबींग भलाई के लिए कार्य करे। पूरी रूपरेखा तैयार करने के बाद उसी दौरान संस्था की रजिस्ट्रेशन करवा ली गई।
इसके बाद सुरेंद्र मेहता को महासचिव और तरुण कपूर को कोषाध्यक्ष बनाया गया तथा वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में नरेश उप्पल को चिन्हित किया गया, जो लगातार अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं।
20 लाख रुपए की कर चुकी आर्थिक मदद
गौरतलब है कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की ओर से अतीत में 4 पत्रकारों की किडनी ट्रांसप्लांट, तीन पत्रकारों की हृद्य रोग से संबंधित समस्याओं व एक दर्जन के करीब पत्रकारों या उनके परिजनों को किसी प्रकार की गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए करीब 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मुहैया करवाई गई है। विशेष बात यह है कि यह सभी पत्रकार जिनकी किडनी ट्रांसप्लांट हुई या अन्य रोगों का जिनका इलाज हुआ, सभी स्वस्थ्य व तंदरुस्त होने के साथ ही अपने सामाजिक और व्यवसायिक कार्यों में लगे हुए हैं।
चंद्रशेखर धरणी ने बताया कि भाजपा के शासन काल में कुछ वर्षों में (मनोहर लाल और नायब सैनी) ने मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की मांग पर सरकार ने पत्रकारों और उनके परिजनों को कैशलैश इलाज की सुविधा देने का बड़ा कदम उठाया है। मीडिया से जुड़े लोग जो आर्थिक रूप से सशक्त नहीं होते, उनके लिए यह कैशलैश इलाज की सुविधा किसी वरदान से कम नहीं है।
आर्थिक मदद दिलाने का काम करती है एसोसिएशन
चंद्रशेखर धरणी ने बताया कि जब-जब सरकार से भी किसी प्रकार के सहयोग की महत्वपूर्ण आवश्यकता रहती है तो भी संस्था वरिष्ठ अधिकारियों- मंत्रियों व मुख्यमंत्री तक के संज्ञान में मामले को लाकर पत्रकारों व उनके परिवारों की मदद दिलवाने का काम करती रही है। क्योंकि संस्था का उद्देश्य मात्र पत्रकारों की भलाई है और यही संस्था की प्राथमिकता है, इसी उद्देश्य से संस्था का गठन हुआ था।
कोरोना काल के दौरान जब सबसे अधिक प्रभावित पत्रकार वर्ग हुआ था लोगों की समस्याओं के निवारण के लिए हमेशा अग्रसर रहने वाला यह समाज सदा सरकारी योजनाओं से वंचित रहा, सामाजिक रूप से भी यह वर्ग लगातार पिछड़ता रहा है। कोरोना काल के दौरान लोगों को मदद पहुंचने वाला यह समाज आर्थिक रूप से काफी पीड़ित नजर आया। उस वक्त संस्थानों से भी ज्यादा मदद पत्रकारों को नहीं मिल पाई।
पत्रकारों की आर्थिक मदद करती है एसोसिएशन
संस्था के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने बताया कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन अपने निजी कोष से कई पत्रकारों की विभिन्न परेशानियों में मदद कर चुकी है। बीमार होने कि स्थिति में संस्था पत्रकारों की आर्थिक मदद करने क़ो लेकर भी सदा अग्रिम रही है। इसी कारण प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज समेत कई मंत्री व सरकार के वरिष्ठ नेता सार्वजनिक मंचों से संस्था की तारीफ़ कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की ओर से कईं पत्रकारों पर शारीरिक संकट आने पर संस्था की ओर से समय-समय पर आर्थिक रूप से उन्हें मदद पहुंचाई गई है। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 3 पत्रकारों की अलग-अलग समय पर संस्था की ओर से मदद की गई है। हरियाणा में एमडब्ल्यूबी पहली संस्था है, जो पत्रकारों को शारीरिक या पारिवारिक संकट आने पर आर्थिक रूप से मदद पहुंचाती है।
मुफ्त कराए जा रहे टर्म और एक्सीडेंटल इंश्योरेंस
चंद्रशेखर धरणी ने कहा कि आज संस्था केवल एक प्रदेश स्तर तक ही सीमित नहीं बल्कि कई प्रदेशों में अपने पंखों का विस्तार कर चुकी है हरियाणा में संस्था लगातार कई वर्षों से अपने सदस्य पत्रकारों का फ्री एक्सीडेंटल व टर्म इंश्योरेंस करवा रही है और उन्हें हर वर्ष निशुल्क ही रिन्यू भी करवा रही है। संस्था का गठन पत्रकारों के कल्याण के उद्देश्य से किया गया था और इस काम पर लगातार हम लोग अग्रसर हैं।
दो मांगों को पहले भी पूरा कर चुकी सरकार
मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की मांग पर हरियाणा सरकार के मुखिया नायब सिंह सैनी पहले भी दो मांगों को पूरा कर चुकी है। इनमें एफआईआर दर्ज होने पर पत्रकार की पेंशन रोकने और एक परिवार में दो पत्रकार होने पर एक को ही पेंशन दिए जाने के अपने फैसले को सरकार बदल चुकी है। मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की मांग पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी परिवार में दो पत्रकार होने पर दोनों को पेंशन देने की घोषणा पहले ही कर चुकी है। इसके अलावा एफआईआर दर्ज होने की सूरत में तुरंत पत्रकार की पेंशन और अन्य सरकारी सुविधाएं रोकने पर भी रोक लगा चुके हैं। मुख्यमंत्री का मानना है कि पत्रकारों को कईं विषम परिस्थितियों से गुजरकर अपने कार्य को अंजाम देना पड़ता है। इसलिए सरकार की ओर से भी यह प्रयास किया जाता है कि पत्रकारों को किसी प्रकार की दिक्कत ना आने पाए।
फ्री हो अनलिमिटेड यात्रा
धरणी ने कहा कि हरियाणा में मान्यता प्राप्त पत्रकारों को जो सरकार चार हजार किलोमीटर की निर्धारित सुविधा है, वह सरकार को अनलिमिटेड करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के बच्चों को शिक्षा और नौकरी में सरकार की ओर से 4 प्रतिशत आरक्षण निर्धारित करना चाहिए, जिससे मीडिया जगत से जुड़े परिवारों के बच्चे पढ़-लिखकर हताश व निराशा के भंवर में ना फंसे। चंद्रशेखर ने कहा कि मीडिया जगत को हाउसिंग बोर्ड में हाउसिंग सोसाइटी बनाने व आवासीय सुविधा देने के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जो घोषणा की है, उसे जिला स्तर पर यह सुविधा जल्द से जल्द शूरू करनी चाहिए। चंडीगढ़ तथा दिल्ली में कार्यरत हरियाणा से संबंधित मान्यता प्राप्त पत्रकारों के परिजनों को भी यह अधिकार मिलना चाहिए।
जल्द करेंगे सम्मान
धरणी ने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन जल्द ही प्रदेश स्तर का कार्यक्रम आयोजित कर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज का अभिनंदन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मीडिया वेलबपिंग एसोसिएशन किसी भी पत्रकार से एक पैसा भी नहीं लेती है ना ही सदस्यता के रूप में या इंश्योरेस के लिए भी कोई राशि नहीं लेती। अब तक 1300 पत्रकारों का टर्म इंश्योरेंस/एक्सीटेंड़ल इंश्योरेस करवा चुकी है। मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन मडब्ल्यूबी द्वारा पत्रकारों के टर्म इंश्योरेंस करवाए जाने का लाभ दिल्ली के एक प्रमुख पत्रकार ज्ञानेंद्र बरतरिया के परिवैर को मिला, जिससे 10 लाख रूपए उनकी मृत्यु के एक सप्ताह के भीतर इंश्योरेसं कंपनी से दिलाए गए।
धरणी ने कहा कि मडिया वेलबिंग एसोसिएशन के गठन और सुदृढीकरण में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज की अहम भूमिका रही है। एमएडब्लूबी किसी भी स्तर पर सामाजिक या व्यवसायिक स्थलों से अन्य संगठनों की तरह कोई चंदा नहीं लेती।