Edited By Deepak Kumar, Updated: 07 May, 2025 09:03 PM

झूठे रेप केस का डर दिखाकर पैसे ऐंठने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कैथल महिला थाना पुलिस ने एक पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। महिला ने एक स्थानीय व्यक्ति पर रेप का झूठा आरोप लगाने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की मांग की थी
ब्यूरोः झूठे रेप केस का डर दिखाकर पैसे ऐंठने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कैथल महिला थाना पुलिस ने एक पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। महिला ने एक स्थानीय व्यक्ति पर रेप का झूठा आरोप लगाने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की मांग की थी। मामला 5 लाख में तय हुआ, लेकिन पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों को 50 हजार की पहली किस्त लेते ही रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित व्यक्ति ने महिला थाना में शिकायत दर्ज करवाई कि एक महिला और उसके पति ने उसे फंसाने की साजिश रची है। महिला पहले दोस्ती करती है, फिर झूठा रेप का केस दर्ज करवाने की धमकी देती है। इसी क्रम में महिला ने 10 लाख रुपये की मांग की थी। आखिर में सौदा 5 लाख में तय हुआ और आरोपी पति-पत्नी 50 हजार रुपये लेने के लिए तैयार हो गए।
महिला थाना प्रभारी वीना के नेतृत्व में कार्रवाई
जैसे ही शिकायतकर्ता ने यह जानकारी महिला थाना प्रभारी वीना को दी, एक विशेष रेड पार्टी गठित की गई। योजना के अनुसार, शिकायतकर्ता आरोपियों को पैसे देने पहुंचा और मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पहले भी कर चुके हैं कई लोगों को शिकार
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी दंपति पहले भी कई लोगों को इसी तरह हनीट्रैप में फंसा चुके हैं। महिला खुद को मजबूर या पीड़ित बताकर पुरुषों से संबंध बनाती और बाद में रेप या छेड़छाड़ का झूठा केस दर्ज करवाने की धमकी देकर पैसे ऐंठती थी। उसका पति इस पूरे खेल में शामिल होता था और एक ‘संपर्क सूत्र’ के तौर पर बातचीत करता था।
महिला थाना प्रभारी की अपील
थाना प्रभारी वीना ने कहा कि अगर कोई महिला किसी भी पुरुष को झूठे केस में फंसाने या ब्लैकमेल करने की कोशिश करती है, तो डरने की जरूरत नहीं है। ऐसे मामलों में तुरंत महिला थाना को सूचित करें। हम पूरी सुरक्षा और गोपनीयता के साथ कार्रवाई करेंगे।
झूठ के जाल में फंसाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा
इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि अब झूठे मुकदमों और हनीट्रैप के जरिए लोगों को फंसाने वाले कानून से नहीं बच सकते। पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई ऐसी संदिग्ध गतिविधि देखते हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।