Edited By Manisha rana, Updated: 05 Jun, 2024 08:43 AM
![harvinder kalyan played an important role in manohar lal s victory](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_08_42_440492252chd-ll.jpg)
करनाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रभारी हरविंद्र कल्याण के प्रयास चुनावी नतीजों में साफ दिखाई दिए। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल मतगणना की शुरूआत से ही अपने प्रतिद्वंदी से लगातार बढ़त बनाए रहे।
चंडीगढ़ (धरणी) : करनाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रभारी हरविंद्र कल्याण के प्रयास चुनावी नतीजों में साफ दिखाई दिए। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल मतगणना की शुरूआत से ही अपने प्रतिद्वंदी से लगातार बढ़त बनाए रहे। हरविंद्र कल्याण की ओर से विधानसभा में भी मनोहर लाल के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर जनता के विकास के कार्यों को किया गया, जिसका परिणाम इस लोकसभा चुनाव में साफ दिखाई दिया। हरविंद्र कल्याण की ओर से कराए गए जनहित के कार्यों और जनता के बीच उनकी पकड़ का ही परिणाम है कि चुनावी करनाल लोकसभा सीट पर बीजेपी को चुनावी परिणाम का इंतजार नहीं करना पड़ा। मतगणना के पहले राउंड से ही बीजेपी उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने प्रतिद्वंदी से आगे चलते रहे और दो लाख से अधिक मतों से विजयी रहरे। खुद मनोहर लाल भी विधायक हरविंद्र कल्याण को बीजेपी के सभी विधायकों में एक हीरा तक कह चुके हैं। हरविंद्र कल्याण की अथक मेहनत का ही परिणाम निकला की बीजेपी की विजेता सीटों में जीत का सबसे अधिक अंतर करनाल लोकसभा सीट का रहा।
पूरे दिल से रहे साथ
हरविंद्र कल्याण के पिता देवी सिंह कल्याण चौधरी देवीलाल के साथ रहे, जबकि हरविंद्र कल्याण 1991 में चौधरी भजनलाल के साथ जुड़े। इस दौरान वह चंद्रमोहन और कुलदीप बिश्नोई के सबसे खास रहे। भजनलाल परिवार से उनकी नजदीकियां भी किसी से छिपी नहीं है। बाद में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में वह बीजेपी में शामिल हुए। उसके बाद से वह मनोहर लाल के साथ मिलकर लगातार विकास के कार्य करते रहे। यहीं कारण है कि मनोहर लाल भी उन पर पूरी तरह से विश्वास करते है। चूंकि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल हरविंद्र कल्याण के समर्पण और कार्यप्रणाली से पूरी तरह से वाकिफ थे। इसी के चलते उन्होंने किसी ओर की बजाए हरविंद्र कल्याण को लोकसभा चुनाव में अपनी करनाल लोकसभा का प्रभारी नियुक्त किया, जबकि वह खुद प्रदेश के दूसरे स्थानों के दौरे पर रहे। उनकी गैर मौजूदगी में करनाल में हरविंद्र कल्याण ने मनोहर लाल के चुनावी प्रचार में पूरी तेजी दिखाई, जिसका परिणाम अब सबके सामने हैं।
मनोहर लाल ने बताया था सारथी
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ना केवल चुनाव प्रचार के दौरान, बल्कि चुनाव प्रचार बंद होने के बाद भी खुले मंच से हरविंद्र कल्याण की तारीफ करते नहीं थकते थे। हरविंद्र कल्याण की तारीफ वाला पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का एक वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हुआ था, जिसमें वह सार्वजनिक मंच हरविंद्र कल्याण की जमकर तारीफ कर रहे थे। इतना ही नहीं मनोहर लाल ने मतदान के बाद कार्यकर्ताओं के धन्यवाद दौरे के दौरान घरोंडा से बीजेपी विधायक हरविंद्र कल्याण के बीजेपी के सभी विधायकों में से एक हीरा बताते हुए उनके साथ मिलकर एक जोड़ी के रूप में काम करने की बात कही थी। मनोहर लाल ने कहा था कि चुनाव बेशक वह लड़ रहे हैं और इस लोकसभा चुनाव के इंचार्ज हरविंद्र कल्याण है। उन्होंने कहा कि युद्ध में हमेशा 2 पक्ष होते हैं, उसमें किसी एक पक्ष के सेनापति के सारथी के रूप में भगवान कृष्ण थे और उनके (मनोहर लाल के) सारथी के रूप में ये (हरविंद्र कल्याण) काम कर रहे हैं।
जानें कौन है हरविंद्र कल्याण ?
हरविंदर कल्याण एक सुशिक्षित राजनेता है। वह 2014 और फिर 2019 के हरियाणा विधानसभा के चुनाव में बीजेपी की टिकट पर करनाल जिले में आने वाली घरोंडा सीट से चुनावी मैदान में उतरे और विजय हुए। उनके पिता देवी सिंह कल्याण हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (हरियाणा सरकार) के पूर्व अध्यक्ष थे। बाबासाहेब नायक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुसाद से बीई पूरा करने के बाद उन्होंने नौकरी की। अपने पिता के साथ उन्होंने 2001 में राइजिंग सन पब्लिक स्कूल की नींव रखी। बाद में वह राजनीति में शामिल हो गए।
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