Edited By Saurabh Pal, Updated: 13 Jun, 2024 04:30 PM
जिले में पहुंचे किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने कुरुक्षेत्र से टिकट ना मिलने और कंगना रनौत थप्पड़कांड को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होने दीपेंद्र हुड्डा पर अपनी बात से मुकरने के आरोप लगाए तो वहीं कंगना रनौत को थप्पड़कांड पर कुलंविद कौर को नसीहत दी...
यमुनानगर (परवेज खान): जिले में पहुंचे किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने कुरुक्षेत्र से टिकट ना मिलने और कंगना रनौत थप्पड़कांड को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होने दीपेंद्र हुड्डा पर अपनी बात से मुकरने के आरोप लगाए तो वहीं कंगना रनौत को थप्पड़कांड पर कुलंविद कौर को नसीहत दी है।
'कंगना के दूसरे गाल पर भी जड़ना था थप्पड़'
अब थप्पड़कांड पर गुरनाम चढ़ूनी के बयान से एक बार फिर मामला गर्माता नजर आ रहा है। गुरनाम चढ़ूनी ने CISF जवान कुलविंदर कौर नसीहत देते हुए कहा कि दूसरे गाल पर भी थप्पड़ जड़ना चाहिए था। उसने कंगना को थप्पड़ मारकर अच्छा किया।
थप्पड़ कांड पर वार पलटवार
गौरतलब है कि बीते दिनों अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर महिला CISF जवान कुलविंदर कौर तमाचा जड़ दिया था। जिसको लेकर कंगना के समर्थकों और किसानों की तरफ से काफी बयान बाजियां हुईं। कंगना को थप्पड़ जड़ने के बाद CISF जवान ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान कंगना ने आंदोलन कारियों पर विवादित टिप्पणी की थी। उस आंदोलन में उसकी मां भी शामिल थी। इसलिए कंगना के बायानों से नाराज होकर कुलविंदर कौर यह कदम उठाया।
'दीपेंद्र ने दिया धोखा'
वहीं लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब नेताओं की पीड़ा बाहर निकल रही है। राजनीतिक दलों के नेता कोई भीतरघात के आरोप लगा रहे हैं तो टिकट ना मिलने से अभी भी कई निराश हैं। यमुनानगर पहुंचे किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी का भी लोकसभा चुनाव में टिकट ना मिलने को लेकर दर्द छलक गया। उन्होने दीपेंद्र हुड्डा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि हुड्डा ने मुझे टिकट देने की बात कही थी और कहा कि कुरुक्षेत्र आपका है। मैनें कभी भी कांग्रेस से टिकट की डिमांड नहीं कि उन्होने मुझे बुलाया और मेरे साथ समझौता किया बाद में मुकर गए। चुनाव के दौरान कांग्रेस और आप नेताओं ने मेरे से कोई संपर्क नहीं किया। उन्होने ये भी कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती कि किसानों का कोई नेता संसद पहुंचे।
किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी खेतों में लगने वाले बिजली के टावरों के बदले जमीन का सही मुआवजा ना मिलने को लेकर यमुनानगर डीसी को मिलने पहुंचे थे। गौरलतब है कि इससे पहले भी कई बार किसान नेता और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच वार्ता हो चुकी है, लेकिन अभी तक किसानों की मुआवजे की मांग पूरी नहीं हुई है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)