Edited By Isha, Updated: 12 Nov, 2019 01:53 PM

एक झोंपड़ी में रहने वाले ऐलनाबाद निवासी हकमचंद पुत्र बिशनदास ने ट्रेङ्क्षनग के दौरान 5 पर्वतों की चोटियों पर पाई फतह और अब उसका निशान एवरैस्ट क्लाईबर करना है। हकम चंद ने जो चोटिया फतह की..........
ऐलनाबाद (विक्टर) : एक झोंपड़ी में रहने वाले ऐलनाबाद निवासी हकमचंद पुत्र बिशनदास ने ट्रेनिंग के दौरान 5 पर्वतों की चोटियों पर पाई फतह और अब उसका निशान एवरैस्ट क्लाईबर करना है। हकम चंद ने जो चोटिया फतह की है उनमें नंबर 1 शेती धार, नंबर 2 पताल सू, नंबर 3 फ्रैंडशिप पिक्स 5289 मीटर व बाकी की 15,700 फीट की 2 अन्य चोटियां हैं।
पर्वतरोही हकमचंद ने बताया कि वह अटल बिहारी वाजपई माऊंटेनियरिंग इंस्टीच्यूट मनाली से बेसिक माऊंटेनियरिंग कोर्स, एडवांस माऊंटेनियरिंग कोर्स और एम.ओ.आई. माऊंटेनियरिंग कोर्स किया है और यह कोर्स करने वाले हरियाणा में 2019 में सिर्फ 2 ही व्यक्ति हैं।
इस ट्रेनिंग में हमें बताया गया है कि पर्वतों पर कैसे चढ़ा जाता है और इस ट्रेनिंग में 5 पर्वतों की चोटियां शामिल हैं। नंबर 1 शेती धार, नंबर 2 पताल सू, नंबर 3 फ्रैंडशिप पिक्स 5289 मीटर व बाकी की 15,700 फीट है बाला चंद्र, यह सब पर्वत की चोटियां पीर पंजाल रेंज के अंदर आती है। पहाड़ पर चढऩे का बेसिक 26 दिन का था, एडवांस 28 दिन का था व एम.वाई. 28 दिन का था।
इन तीनों कोर्स में हमें ग्लेशियर ट्रैवल्स, रॉक क्लाईमिंग, आइस क्लाईमिंग और सुनो बे चलना कैसे है, यह सब सिखाया गया। आॢथक रूप से कमजोर हाकचंद की मदद करने वाले सिमरन सिंह कथूरिया, राजेंद्र ख्यालिया, नरेश सिहाग व तोता सिंह आरेवाले ने आज काफी खुश हैं क्योंकि उनकी मदद से एक खिलाड़ी आज शहर व परिवार का नाम रोशन करने जा रहा है।