Edited By Deepak Paul, Updated: 05 Jan, 2019 10:59 AM
फतेहाबाद के डी.ई.टी.सी. ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि 3 जिलों की लगभग 10 फर्मों ने जी.एस.टी. के 1400 करोड़ के बोगस बिल काटकर सरकार को 200 करोड़ के राजस्व का चूना लगाया है। फतेहाबाद के आबकारी एवं कराधान विभाग ने सभी फर्मों के खिलाफ एक्साइज एवं...
फतेहाबाद(सुखराज): फतेहाबाद के डी.ई.टी.सी. ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि 3 जिलों की लगभग 10 फर्मों ने जी.एस.टी. के 1400 करोड़ के बोगस बिल काटकर सरकार को 200 करोड़ के राजस्व का चूना लगाया है। फतेहाबाद के आबकारी एवं कराधान विभाग ने सभी फर्मों के खिलाफ एक्साइज एवं टैक्सेशन विभाग के कमिश्नर को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं डी.ई.टी.सी. ने सभी फर्मों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने की भी अनुशंसा की है। आबकारी एवं कराधान आयुक्त को अब आलाधिकारियों के निर्देश का इंतजार है। इसके बाद इस बहुत बड़े घोटाले की परतें खुलने की सम्भावना है।
4 फर्मों ने स्क्रैप के नाम पर काटे बोगस बिलडी.ई.टी.सी. वी.के. शास्त्री ने बताया कि भूना की 4 फर्मों ने स्क्रैप के नाम का लाइसैंस लिया हुआ है और बोगस जी.एस.टी. बिल लोहे व सीमैंट के काम के काट रखे थे। जब उन फर्मों की जांच की गई तो सबके कोई ठिकाने नहीं थे और आस पड़ोस के लोगों से पूछताछ की तो सभी ने बताया कि भूना में आज तक किसी भी व्यापारी ने 1 करोड़ से ऊपर का व्यापार नहीं किया। इन चारों फर्मों ने सैंकड़ों बिल 100 करोड़ से भी अधिक बोगस काट रखे थे।
4 ने कॉटन इंडस्ट्री के नाम पर
डी.ई.टी.सी. वी.के. शास्त्री ने बताया कि इसी तरह फतेहाबाद व रतिया की 4 फर्मों ने कॉटन इंडस्ट्री के नाम पर 100 करोड़ से अधिक के बिल काटे हैं। इन फर्मों ने अपना लाइसैंस कैटल फीड बनाने का ले रखा है, लेकिन जी.एस.टी. के बोगस बिल कॉटन इंडस्ट्री के नाम से काटे हुए हैं। 8 फर्मों ने रोहतक, महम व गुडग़ांव की फर्मों के साथ आपस में लेनदेन करके करीब 1200 करोड़ के बोगस बिल काटे हैं।
वी.के. शास्त्री, डी.ई.टी.सी., फतेहाबाद
बड़ा गिरोह फर्जी जी.एस.टी. के बिल काटकर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहा है। सभी फर्मों ने कुल मिलाकर 1400 करोड़ के फर्जी बिल काटे हुए हैं, जिनका जी.एस.टी. 200 करोड़ के करीब बनता है। सभी के खिलाफ मामला दर्ज करने की अनुशंसा की गई है और पंचकूला स्थित मुख्य कार्यालय में भी लिखित में शिकायत भेजी गई है।