Edited By Yakeen Kumar, Updated: 28 Feb, 2025 05:36 PM
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हरियाणा का पहला जापान मॉडल आधारित मियावाकी फॉरेस्ट तैयार करने का कार्यक्रम आज गुरुग्राम ज़िले के माकड़ौला गांव से राष्ट्र स्तर पर अपने एबॉक्स के लिए प्रसिद्ध एसआईपी एकेडमी चेन्नई के द्वारा किया गया।
चंडीगढ़ : हरियाणा का पहला जापान मॉडल आधारित मियावाकी फॉरेस्ट तैयार करने का कार्यक्रम आज गुरुग्राम ज़िले के माकड़ौला गांव से राष्ट्र स्तर पर अपने एबॉक्स के लिए प्रसिद्ध एसआईपी एकेडमी चेन्नई के द्वारा किया गया। ग़ौरतलब है माकडौला गांव राष्ट्रीय ग्रामीण मॉडल बीबीपुर मॉडल ऑफ़ विमेन एम्पॉवरमेंट के तहत गोद लिया गया है। जिसमें माकडौला को हरित पंचायत बनाने का संकल्प लिया गया है।
कार्यक्रम में एसआईपी अकेडमी के देश भर की टीम के अलावा एसआईपी एकेडमी के फाऊंडर दिनेश विक्टर व सरला के, हरियाणा सीएसआर ट्र्स्ट के एडशिनल चीफ ऑफ़िसर गौरव सिंह , बीबीपुर मॉडल के फाऊंडर प्रोफेसर सुनील जागलान, गॉंव के सरपंच रामचन्द्र ने विशेष तौर पर शिरकत की।
दिनेश विक्टर फाऊंडर व डॉयरेक्टर एसआईपी अकादमी ने कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा, आज पूरे भारत में एक हजार से अधिक केंद्रों के माध्यम से बच्चों के कौशल वर्धन करके बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं, और प्रज्ञावान पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण के कार्य के लिए समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि एसआईपी अबॅकस एक महत्वाकांक्षी और प्रभावशाली कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से बच्चों के अंकगणित कौशल, एकाग्रता, श्रवण कौशल , सृजनशिलता, स्मरणशक्ती जैसे अद्वितीय कौशल का वर्धन होता है ,छात्रों ने इस अवसर पर इसका प्रदर्शन भी किया। उन्होंने कहा कि आज 6 हज़ार पौधे लगाए गए हैं , इसकी विशेष विधि है और यह फोरेस्ट 2 साल भर में पूरी तरह तैयार हो जाऐगा ।
बीबीपुर मॉडल के फाऊंडर प्रोफेसर सुनील जागलान ने अपने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , सेल्फी विद डॉटर ,इत्यादि अभियान के बारे में जानकारी दी और इस अवसर पर बच्चों ने पौधारोपण करते हुए अपने मन को शुद्ध रखने और दुर्व्यवहार से मुक्त आचरण करने का संकल्प दिलाया तथा मॉं बहन की गालियों न देने का अनुरोध किया तथा पौधों से जोड़कर गाली समाप्त करने के लिए बच्चों व लोगों के प्रेरित किया। सरला ने कहा कि हरियाणा-दिल्ली सीमा पर तापमान वृद्धि की समस्या के कारण माकडौला (गुरुग्राम) में मियावाकी परियोजना शुरू की गई थी।
हमारे बच्चों को पर्यावरण और जैव विविधता के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और इस संबंध में एसआईपी अकादमी द्वारा मियावाकी परियोजना के माध्यम से किए गए प्रयास बहुत महत्वपूर्ण हैं और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या के समाधान के संदर्भ में इसके दूरगामी प्रभाव हैं। यह विचार आज हरियाणा सरकार के कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग के प्रमुख गौरव सिंह ने आज यहां व्यक्त किये माकड़ौसा (गुरुग्राम) में एस.आई.पी. पहल के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही एस. आई.पी मियावाकी प्रकल्प के शुभारंभ पर गौरव सिंह बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने हरियाणा सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि निकट भविष्य में हरियाणा में एक हजार स्मार्ट गांव बनाये जायेंगे।
वृक्षारोपण गतिविधि में आसपास के केंद्र के लगभग दो सौ छात्रों और स्थानीय स्कूल के पचास छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम की सफलता के लिए सुमित कुमार, पुनिता, कमल कुमार, उमा स्वामीनाथन (चेन्नई) सेल्वा कुमार (कोयमतूर) मुकेश कुमार, राजेश चड्ढा, इजहार खान, नम्रता मुखर्जी (दिल्ली) ने विशेष प्रयास किए।
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