Edited By Vivek Rai, Updated: 06 Jul, 2022 09:25 PM

भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने संयुक्त किसान मोर्चा को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि एसकेएम के नेता बुद्धि से काम लेते तो आज पंजाब सहित उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसानों का अलग ही डंका बजता।
करनाल : भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने संयुक्त किसान मोर्चा को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि एसकेएम के नेता बुद्धि से काम लेते तो आज पंजाब सहित उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसानों का अलग ही डंका बजता। उन्होंने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर करीब एक साल तक चले किसान आंदोलन के दौरान 750 लोगों की जिंदगी की आहुति दिए जाने के बाद भी मांग को पूरा नहीं किया जा सका है। इसे देश की बदकिस्मती कहे या फिर किसान संगठनों की बुद्धिहीनता।
चढूनी बोले सैकड़ों शहादत के बावजूद लटका पड़ा एमएसपी का मुद्दा
चढूनी आज नीलोखेड़ी हल्के के गांव रमाना में आयोजित किसानों की पंचायत को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देशभर के किसानों ने आंदोलन के दौरान अपनी जान झोंक दी थी। इसके बावजूद अब तक एमएसपी का मुद्दा लटका पड़ा है। चढूनी ने कहा कि राजेवाल और उनके किसान संगठन को बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया। अन्य 16 संगठनों ने बैठक में भाग लिया है। यह कमेटी किन-किन मुद्दों पर काम करेगी और कमेटी की कुछ पॉवर है या नहीं कुछ पता नहीं है। चढूनी ने किसान आंदोलन में भाग लेने वाले किसानों को सम्मानित भी किया। गुरनाम सिंह ने कहा कि आज रमाना गांव में पंचायत की गई है। जिन किसान भाई ने आंदोलन में अच्छा सहयोग किया है। उनकी कमेटी बनाई गई है और उन्हें सम्मानित भी किया गया है।
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