'विपक्षी दल भाडे़ के लोगों को लाकर...', बिजली मुद्दे पर ऊर्जा मंत्री की दो टूक

Edited By Yakeen Kumar, Updated: 30 Jun, 2025 08:33 PM

energy minister s blunt statement on electricity issue

रियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने आज बिजली के मुददे पर कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि हम बिजली मुफ्त में देंगें, जबकि विपक्ष इस मुददे पर झूठ बोल रहा है। उन्होंने कहा कि दस साल के

चण्डीगढ (चन्द्र शेखर धरणी) : हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने आज बिजली के मुददे पर कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि हम बिजली मुफ्त में देंगें, जबकि विपक्ष इस मुददे पर झूठ बोल रहा है। उन्होंने कहा कि दस साल के बाद बिजली की दरों में मामूली बढौतरी की गई है जबकि इन 10 सालों में महंगाई भी बढी है और बिजली बनाने के लिए हर चीज के दामों में बढौतरी हुई। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 2 किलोवॉट तक के घरेलू उपभोक्ताओं के मासिक बिल में साल 2014- 2015 की तुलना में 49 से 75 प्रतिशत तक की कमी आई है जबकि श्रेणी- 2 के अधिकांश उपभोक्ताओं के बिलों में कमी दर्ज की गयी है।

उन्होंने कहा कि श्रेणी- 1 और श्रेणी- 2 में लगभग 94 प्रतिशत बिजली के उपभोक्ता आते है, जिनके अधिकांश मासिक बिलों में कमी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में घरेलू श्रेणी के लिए निश्चित शुल्क (फिक्स्ड चार्जेस) 0 रुपये से 75 रुपये/किलोवाट तक और उच्चतम ऊर्जा स्लैब 7.50 रुपये/यूनिट पर बनाए रखा गया है। जबकि, इसके विपरीत, पड़ोसी राज्यों में निश्चित शुल्क 110 रुपये/किलोवाट तक और ऊर्जा शुल्क 8 रुपये/यूनिट तक है।  

घरेलू उपभोक्ताओं के लिए एमएमसी समाप्त किया- विज

विज ने बताया कि संशोधित बिजली टैरिफ संरचना के अनुसार, हमने सभी श्रेणियों के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए न्यूनतम मासिक शुल्क (एमएमसी) समाप्त कर दिया है क्योंकि हरियाणा की डिस्कॉम्स (बिजली कंपनियां) प्रदेशवासियों को निरंतर, निर्बाध, सस्ती और उपभोक्ता-केंद्रित बिजली सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।  उन्होंने बताया कि हरियाणा में अपने पड़ोसियों राज्यों की तुलना में एलटी और एचटी दोनों उपभोक्ताओं की श्रेणियों में काफी कम बिजली टैरिफ चार्ज करता है। इसके अलावा, पिछले एक दशक में, वित्तीय वर्ष 2014-15 से वित्तीय वर्ष 2024-25 तक, एटी एंड सी (समग्र तकनीकी और वाणिज्यिक) लॉसेस 29 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत के स्तर पर लाया गया है।

कृषि उपभोक्ताओं को पुरानी दरों पर देंगे बिजली- विज

उन्होंने कहा कि हरियाणा में कृषि उपभोक्ताओं को पहले की तरह केवल 10 पैसे/यूनिट (मीटर्ड) और 15 रुपये/बीएचपी/माह (फ्लैट रेट) का भुगतान करने के तहत बिजली मुहैया करवाई जा रही है। इसी प्रकार, मीटर वाले कनेक्शन के लिए एमएमसी को घटाकर 180 रुपये (15 बीएचपी तक) और 144 रुपये (15 बीएचपी से ऊपर) कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, श्रेणी-2 के उपभोक्ताओं (5 किलोवाट तक के कनेक्टेड लोड वाले) के लिए, वित्तीय वर्ष 2024-25 की तुलना में बिलों में 3 प्रतिशत से 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि, वित्तीय वर्ष 2014-15 की तुलना में, इस श्रेणी के अधिकांश उपभोक्ताओं के बिलों में कमी दर्ज की गयी है, जिसमें केवल कुछ स्लैब में 1 प्रतिशत से कम की वृद्धि देखी गई है। 

विपक्ष बिजली के मुददे पर भाडे़ लोगों को लाकर प्रदर्शन करें, हमें कोई ऐतराज नहीं- विज 

उन्होंने बताया कि कुल घरेलू उपभोक्ताओं में से लगभग 94 प्रतिशत श्रेणी-1 और श्रेणी-2 में आते हैं। उन्होंने बताया कि श्रेणी-3 के उपभोक्ताओं के लिए, वित्तीय वर्ष 2024-25 की तुलना में वृद्धि 5 प्रतिशत से 7 प्रतिशत तक है। इस श्रेणी में कम खपत स्तरों के लिए, प्रतिशत वृद्धि अधिक लग सकती है। हालांकि, इस श्रेणी में केवल 6 प्रतिशत घरेलू उपभोक्ता ही आते है। विज ने कहा कि विपक्षी पार्टियों का काम बोलना है, और वे बोले, उनका स्वागत है। प्रदर्शन करना विपक्ष का काम है, जबकि हमने विधानसभा में देखा है कि विपक्ष आपस में इकटठे होकर बात नहीं करता हैं और भाडे लोगों को लाकर प्रदर्शन करें, हमें कोई ऐतराज नहीं है। 

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