Edited By Isha, Updated: 24 Aug, 2025 05:02 PM

कांग्रेस जिस काम रोको प्रस्ताव को लेकर आक्रामक थी व शुक्रवार जिसे ले सदन की कार्यवाही छ बार स्थगित करनी पड़ी।अब उस मुद्दे पर 26 अगस्त यानी मंगलवार को सदन में चर्चा होगी।इन साइड स्टोरी में जहां सत्ता पक्ष
चंडीगढ(चन्द्र शेखर धरणी ): कांग्रेस जिस काम रोको प्रस्ताव को लेकर आक्रामक थी व शुक्रवार जिसे ले सदन की कार्यवाही छ बार स्थगित करनी पड़ी।अब उस मुद्दे पर 26 अगस्त यानी मंगलवार को सदन में चर्चा होगी।इन साइड स्टोरी में जहां सत्ता पक्ष शुक्रवार को प्रश्न काल शुरू होते हो कांग्रेस द्वारा इस प्रकार के कदम उठाने को गलत मान रहा हैं।
मगर प्रश्नकाल में जब जन हित की समस्याएं व मुद्दे उठाए जाते है के दौरान ऐसा करना बाधा व गलत मान रहा है। चर्चा के अनुसार हरियाणा विधानसभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 66,68,69,71 आदि के तहत कांग्रेस को प्रश्नकाल में लगे जनहित के मुद्दों के जवाब के बाद कांग्रेस को काम रोको प्रस्ताव लाना चाहिए था।
पहले ही दिन सदन का तीन घंटे के करीब का समय जिस काम रोको प्रस्ताव के प्रस्ताव के लिए किया गया चर्चा के अनुसार तकनीकी खामियों के चलते सर्वदलीय मीटिंग बाद वही प्रस्ताव दुरुस्त कर दुबारा देना पड़ा।चर्चा है कानून व्यवस्था पर कांग्रेस का पहला काम रोको प्रस्ताव रद्द किया गया,इसलिए दुबारा देना पड़ा।
दिल्ली व उत्तराखंड के अंदर घटित घटनाक्रमों से सत्ता पक्ष व स्पीकर भी अछूते नजर नहीं आए।स्पीकर हरविंदर कल्याण ने तो यह कहा भी कि दिल्ली के अंदर जो हो रहा है वह हरियाणा में भी हो जरूरी नहीं है।स्पीकर ने कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी अनुभवी व वरिष्ठ सदस्य बताते हुए कांग्रेस के विधायकों से अनुशासन की बात कही।
स्पीकर हरविंदर कल्याण के लिए शुक्रवार का दिन अत्यंत संयम व धैर्य का रहा।जबकि स्पीकर के पास लगातार तीसरी बार वेल में रहे विधायकों को निष्काशित करने व नेम करने की व्यवस्था हाथ में थी। एसी भी चर्चाएं हैं कि कांग्रेस भी इन सब चीजों के लिए तैयार हो आक्रामक थी।कांग्रेस विपक्ष में है और प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस कानून व्यवस्था के मुद्दे को सदन से सड़क तक ले जाने की फिराक में थी,जिसे स्पीकर ने भांपते हुए इनकी योजना सिरे नहीं चढ़ने दी।
शुक्रवार को सदन पटल पर कांग्रेस ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करवाई।पिछले ग्यारह साल में कांग्रेस पहली बार एग्रेसिव नजर आई।पहले दिन की कार्यवाही के बाद संसदीय मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा है कि कांग्रेस जानबूझ कर व्यवधान पैदा कर सुर्खियों में रहना चाहती है।