Edited By Yakeen Kumar, Updated: 13 Aug, 2025 07:44 PM

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 'तिरंगा' भारत के अद्वितीय शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है। “आजादी के अमृत महोत्सव का असली उद्देश्य यही है कि हम अपने देश के शहीदों के बलिदान को याद करें और युवा पीढ़ी को राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत करें।
चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी) : केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 'तिरंगा' भारत के अद्वितीय शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है। “आजादी के अमृत महोत्सव का असली उद्देश्य यही है कि हम अपने देश के शहीदों के बलिदान को याद करें और युवा पीढ़ी को राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत करें।” यह तिरंगा यात्रा, मात्र एक यात्रा नहीं, बल्कि मां भारती के उन वीर सपूतों, महापुरुषों तथा क्रांतिकारियों के बलिदान को नमन है, जिन्होंने लेकर देश को आजादी दिलाने के लिए लाखों की संख्या में अपने प्राणों की आहुतियां दी।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री रोहतक में आयोजित हर तिरंगा यात्रा में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। हर घर तिरंगा यात्रा के दौरान केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल के समक्ष युवाओं ने तिरंगा हाथ में लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत-2047 अभियान में अपना योगदान देने और नशा मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने युवाओं विकसित भारत, स्वच्छ, समृद्ध और स्वस्थ भारत बनाने में अपना योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह तिरंगे का सम्मान करे और इसे केवल राष्ट्रीय पर्वों पर ही नहीं, बल्कि अपने जीवन के हर दिन दिल में बसाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से राष्ट्रहित और राष्ट्रीय एकता सर्वोपरि का संदेश दिया है। हर घर तिरंगा के माध्यम से देश के नागरिकों की राष्ट्रीय एकता, भाईचारा, प्यार-प्रेम व देश को आगे बढ़ाने की सोच मजबूत हो रही है।
उन्होंने कहा कि यह महज तिरंगा यात्रा नहीं है, बल्कि जब तिरंगा हाथ में आता है तो हमारा शरीर रोमांचित हो उठता है और एक स्वाभिमान व गौरव की अनुभूति होती है। विजयी विश्व तिरंगा प्यारा..झंडा ऊंचा रहे हमारा, यह जज्बा व भावना हर भारतीय को गौरवांतित करती है। तिरंगा वह ताकत व शक्ति है, जिसके लिए लाखों की संख्या में वीर सपूतों ने अपना बलिदान देकर अंग्रेजी हुकुमत को उखाड़ फेंका।
कुछ लोग इसे अपनी बपौती मानकर अपना चिन्ह लेकर चल पड़े- मनोहर लाल
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आजादी के बाद तिरंग को राष्ट्रीय ध्वज को दर्जा मिला, लेकिन कुछ लोग इसे अपनी बपौती मानकर अपना चिन्ह लेकर चल पड़े, जैसे तिरंगे के मालिक वही हों। अच्छा होता कि वह अपने झंडे का रंग बदल लेते, लेकिन वह गलतफहमी का शिकार हो गए कि वे देश के मालिक हैं और तिरंगे का उपयोग राजनीतिक रोटियां सेंकने में किया। 60-65 साल के शासनकाल में उन्होंने तिरंगे को महज एक कपड़े का टुकड़ा समझा। मगर 11 वर्ष पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता से पहले हर नागरिक को तिरंगे से जोड़ने का आह्वान करते हुए हर घर-तिरंगा अभियान की शुरुआत की तो हर भारतीय ने अपने आप को गौरवांतित महसूस किया। हर घर तिरंगे का मकसद आजादी की स्वाभिमानी कहानियों के साथ युवा पीढ़ी को जोड़ना है।
आजादी दिवस पर नशा मुक्त भारत बनाने का संकल्प- मनोहर लाल
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जब सरहद की रक्षा करते हुए वीर जवान अपना बलिदान देता है उसका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ आता है तो उसके परिजन, गांव और समाज गर्व महसूस करता है कि उनके लाल ने तिरंगे को झुकने नहीं दिया। जब युवा संकल्पित होकर तिरंगे की शान बढ़ाएंगे तो दुनिया की कोई ताकत उन्हें झुका नहीं सकती है। मनोहर लाल ने आजादी की पावन बेला पर युवाओं को नशा मुक्त भारत बनाने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि युवाओं को संकल्पित होकर आगे बढ़ना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम में हर बार सामाजिक बुराइयों को खत्म करने बारे विषय उठाते हैं। वर्ष 2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संकल्प लिया और उसमें सफलता भी मिली। इस तरह गांधी जयंती पर हर वर्ष स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाता है, जिसमें युवाओं के साथ हर नागरिक देश की स्वच्छता में अपना योगदान देता है।
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