संविधान के सम्मान को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी : सुदेश कटारिया

Edited By Isha, Updated: 10 Aug, 2025 06:20 PM

it is our responsibility to protect the dignity of the constitution sudesh kata

केंद्रीय ऊर्जा मनोहर लाल के मुख्य मीडिया सलाहकार सुदेश कटारिया ने कहा कि संविधान हमें समानता, स्वतंत्रता और न्याय का अधिकार देता है, इसलिए संविधान के सम्मान की सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी है

चंडीगढ9चन्द्र शेखर धरणी ): केंद्रीय ऊर्जा मनोहर लाल के मुख्य मीडिया सलाहकार सुदेश कटारिया ने कहा कि संविधान हमें समानता, स्वतंत्रता और न्याय का अधिकार देता है, इसलिए संविधान के सम्मान की सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी है। संविधान निर्माता बाबा साहेब बीआर अंबेडकर ने संविधान के जरिये दलितों को आगे बढ़ने का अधिकार दिया और उन्हें समाज में समानता और शिक्षा का अधिकार मिला। 

वे रविवार के इस्माईलाबाद ठसकां रोड पर स्थित प्रीत पैलेस में संविधान स्वाभिमान-सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। समारोह में पहुंचने पर बुजुर्गों व महिलाओं ने फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया। वहीं, समारोह में युवाओं ने समाज में भाईचारा, सौहार्द और लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाने का संकल्प लिया। सुदेश कटारिया ने युवाओं को आह्वान किया कि संविधान सम्मान की जो अलख कुरुक्षेत्र की धरा से जगी थी, उससे न केवल दलित एकजुट हुए, बल्कि दलितों ने प्रदेश में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाकर कांग्रेस द्वारा संविधान सम्मान के नाम पर किए जा रहे ढोंग का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संविधान सम्मान के नाम पर दलितों को गुमराह करने का जो षड्यंत्र रचा था, उसका वोट की चोट के साथ जवाब दिया गया।  कांग्रेस झूठ का नेरेटिव फैला रही है, जबकि कांग्रेस ने कभी भी संविधान निर्माता को सम्मान नहीं दिया। संविधान निर्माता को साजिश के तहत हर चुनाव हराया, बल्कि उन्हें भारत रत्न से भी वंचित रखा। मगर भाजपा ने न केवल उन्हें भारत रत्न दिया, बल्कि उनकी स्मृति में पंच तीर्थ स्मारक भी बनाया। 

 

 

मौके पर समस्याओं का निदान

संविधान सम्मान समारोह के बाद ऊर्जा मंत्री के मुख्य मीडिया सलाहकार सुदेश कटारिया ने लोगों की समस्याएं सुनी और मौके पर उनका निवारण किया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दी कि दलितों को किसी तरह की परेशानी नहीं आनी चाहिए। सरकार का ध्येय अंत्योदय उत्थान है, उसी नीति के तहत अधिकारी व कर्मचारी काम करें। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना सहित ग्राम पंचायतों से संबंधित योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए। वहीं, उन्होंने कस्बे के सरपंचों द्वारा किए गए मांग पत्र पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। 

 

मनोहर राज में मिला दलितों को सम्मान 

सुदेश कटारिया ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले दलित उत्पीड़न और पिछड़ेपन के शिकार थे। हर 18वें मिनट में दलितों का हरियाणा में उत्पीड़न होता था। उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं था, कांग्रेस ने केवल उन्हें सत्ता हथियाने के लिए वोट का हथियार समझा। जब वर्ष 2014 में मनोहर लाल ने बतौर मुख्यमंत्री प्रदेश की कमान संभाली तो उन्होंने सबसे पहले भाईभतीजावाद, भ्रष्टाचार, क्षेत्रवाद और जातिवाद जैसे नासूर को न केवल खत्म किया, बल्कि सुशासन, पादर्शिता और अंत्योदय उत्थान का ऐसा मॉडल पेश किया, जोकि आज भी देश भर में मिसाल है। मनोहर लाल ने अंत्योदय उत्थान के मॉडल के जरिये समाज की अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक लाभ पहुंचा, जिसका सबसे ज्यादा फायदा दलितों को हुआ। मिशन मेरिट के आधार पर पढ़े लिखे दलित युवाओं का बिना पर्ची-बिना खर्ची नौकरी लगने का सपना साकार हुआ। इसके साथ ही मनोहर लाल ने एससी कमीशन, सफाई आयोग और पदोन्नति में आरक्षण की लंबित मांग को भी पूरा किया।

 

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!