Edited By Isha, Updated: 10 Aug, 2025 11:42 AM

चिमनी गांव में बीते दिनों में हुई चोरी की घटनाओं ने ग्रामीणों की चिंता को गहरा दिया है। घरों में सेंधमारी के मामलों ने गांव के माहौल को असुरक्षित बना दिया था। इसी क्रम में एक अहम फैसला लेते हुए पंचायत ने ठीकरी
डेस्क: चिमनी गांव में बीते दिनों में हुई चोरी की घटनाओं ने ग्रामीणों की चिंता को गहरा दिया है। घरों में सेंधमारी के मामलों ने गांव के माहौल को असुरक्षित बना दिया था। इसी क्रम में एक अहम फैसला लेते हुए पंचायत ने ठीकरी पहरा लागू करने का निर्णय लिया। देखा जाए तो यह ग्रामीणों की पुरानी परंपरा है, जिसमें गांव के लोग बारी-बारी से रात में पहरेदारी करते हैं। पंचायत के मुताबिक, गांव के कुल 14 वार्ड हैं, और प्रत्येक वार्ड से 2-2 व्यक्तियों को रोजाना ठीकरी पहरे में शामिल किया जाएगा।
ग्रामीणों ने पंचायत के इस निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह की चौकसी से गांव में अपराध पर अंकुश लगता रहा है। एक वरिष्ठ ग्रामीण ने बताया, जब गांव के लोग खुद जागरूक होकर निगरानी करते हैं, तो चोरों के लिए यहां पैर जमाना मुश्किल हो जाता है। गांव के युवाओं ने भी पहल करते हुए कहा कि वे पूरी जिम्मेदारी और सतर्कता के साथ यह ड्यूटी निभाएंगे। पंचायत ने तय किया कि पहरेदारी के लिए समय और ड्यूटी चार्ट पहले से तैयार किया जाएगा, ताकि हर कोई अपनी जिम्मेदारी समय पर निभा सके।
इस तरह रोजाना 28 लोग सक्रिय रूप से रात में गांव की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएंगे। योजना के तहत गांव के मुख्य बस स्टैंड और अन्य प्रमुख मार्गों पर युवाओं को तैनात किया जाएगा, जो आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखेंगे। साथ ही, बाकी टीम गांव के भीतर गश्त करेगी और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पंचायत और ग्रामीण पुलिस को देगी। इससे चोरों के हौसले पस्त करने और संभावित वारदातों को रोकने में मदद मिलेगी।